सीमाएं खुद की सील, जिले की 226 ग्राम पंचायतों में नहीं पहुंचा कोरोना
जबलपुर। ग्रामीणों की जागरूकता से जिले की 516 ग्राम पंचायतों में से 226 ग्राम पंचायतों में कोरोना नही पहुंच पाया है। यहां ग्रामीणों ने जनता कर्फ्यू के समय से गांव के प्रवेश द्वार तक को सील कर दिया। वे शारीरिक दूरी और मास्क लगाने का पालन सख्ती से कर रहे हैं जो नियम तोड़ता है उसके खिलाफ गांव में ही जुर्माना लगाया जाता है। इसी का नतीजा है कि इन गांवों में कोरोना के मरीज नहीं हैं।
जिला पंचायत कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिन ग्राम पंचायतों में कोरोना पॉजिटिव केस नहीं है उनमें जबलपुर जनपद के 42, पनागर के 18, पाटन की 11, शहपुरा व कुंडम के 46-46, सिहोरा के 29, मझौली की 34 ग्राम पंचायत शामिल हैं, जहां एक्टिव केस नहीं पाये गये।
कोविड से मुक्त ग्राम पंचायतों के आधार पर देखें तो जबलपुर जनपद में 15, पनागर में 10, पाटन में 12, कुंडम में 12, सिहोरा में छह और मझौली में 14 ग्राम पंचायत कोविड मुक्त हो चुकी हैं। स्वस्थ होने वाले व्यक्तियों की दृष्टि से जिले के संपूर्ण ग्रामीण क्षेत्र में 670 व्यक्तियों ने कोविड को परास्त कर दिया है। जिसमें जबलपुर जनपद में 211, पनागर में 82, पाटन में 149, शहपुरा में 26, कुंडम में 79, सिहोरा में 77 व मझौली में 53 व्यक्ति वर्तमान स्थिति में कोविड से स्वस्थ हो चुके हैं।
जबलपुर जनपद के सुकरी, धनपुरी, हरई, मंगेली, सालीवाड़ा और बरगी ऐसे गांव जो कोविड मुक्त हैं। विदित हो कि गांवों की तुलना में शहर में कोरोना संक्रमण तेजी से फैला है। इसका कारण गाइडलाइन का लगातार उल्लंघन हैं वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को इसके लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है।