कैंची से काटी कुर्ते की लंबी बांह, दुपट्टे उतरवाए; बैसाखी के सहारे एग्जाम देने पहुंची दिव्यांग
डूंगरपुर: सेंटर के गेट पर कड़ी जांच के बाद अंदर भी अभ्यर्थियों की आईडी-फोटो देखकर क्लास रूम में प्रवेश दिया गया।प्रदेशभर में रविवार को दूसरे दिन कड़े बंदोबस्त के बीच 10 बजे से रीट की पहली पारी की परीक्षा शुरू हुई। परीक्षा के दूसरे दिन भी सेंटर में एंट्री से पहले कड़ी जांच देखने को मिली। लंबी बांह के कुर्ते पहनकर आई अभ्यर्थियों की बांह को कैंची से काटा गया और दुपट्टे उतरवा दिए गए। अभ्यर्थियों के हाथों की अंगूठियां, कंगन से लेकर जेवर और मन्नती धागे तक उतरवा दिए और फिर सेंटर में प्रवेश दिया गया।पूरी बांह के कुर्ते पहनकर एग्जाम देने आई अभ्यर्थी के कुर्ते की बांह कैंची से काटकर अभ्यर्थी को सेंटर में एंट्री दी गई।डूंगरपुर में रीट परीक्षा के लिए बनाए 29 परीक्षा केंद्रों के बाहर सुबह 6 बजे से स्टूडेंट पहुंचना शुरू हो गए। इस दौरान सेंटर पर सुबह से पुलिस टीमें तैनात हो गई। सुब 8 बजते ही स्टूडेंट की सेंटर में एंट्री शुरू हुई। इस दौरान गेट पर पुलिसकर्मियों और विक्षकों ने दो स्तर पर सख्त जांच की। इस दौरान महिलाओं के हाथों की चूड़ियां, अंगूठियां, मंगलसूत्र, चैन, बालों की पिन के साथ ही दुपट्टे सेंटर के बाहर ही रखवा दिए। कुछ युवतियां लंबी बांह के कुर्ते पहनकर आई तो लंबी बांह को कैंची से काटा गया। सेंटर में एंट्री के बाद वीक्षकों ने नकल करते पकड़े जाने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। सुबह 9 बजे सभी एग्जाम सेंटर के गेट बंद हो गए और लेट आने वाले किसी भी स्टूडेंट को एंट्री नहीं मिली।एग्जाम सेंटर में प्रवेश के दौरान महिलाओं-युवतियों के दुपट्टे उतरवा दिए गए, जिसके बाद सेंटर की रेलिंग पर पर रंग-बिरंगे कपड़े लटकते नजर आए।बैसाखी के सहारे एग्जाम देने आई दिव्यांगनंदोड़ गांव की रहने वाली वनिता राव एक पैर से दिव्यांग है। चलने फिरने के लिए बैसाखी का सहारा लेना पड़ता है, लेकिन एग्जाम को लेकर उनका जज्बा देखते ही बनता है। वनिता बैसाखी के सहारे शहर के किशनलाल गर्ग एग्जाम सेंटर पर पहुंची। वनिता ने बताया कि उसने परीक्षा को लेकर अच्छी तैयारी की है।