अंचल के आधुनिक अस्पताल में हर चाैथे राेगी की माैत
ग्वालियर। अंचल का सबसे आधुनिक और साधन-संसाधनों से सुसज्जित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल जयारोग्य अस्पताल परिसर में है। यहां पर विशेषज्ञ डाक्टरों से लेकर वेंटिलेटर सबकुछ उपलब्ध है। इसके बाद भी कोरोना महामारी से मरने वालों का ग्राफ यहां बढ़ा हुआ है।
बीते एक साल की बात करें तो यहां पर भर्ती होने वाले हर चौथे मरीज की मौत हुई है। मार्च 2020 से लेकर सात मई 2021 तक कुल 3500 मरीज भर्ती हुए। जिनमें से 800 मरीजों की माैत हाे गई। भर्ती मरीजाें के इलाज में लगी विशेषज्ञाें की टीम ने बेहतर इलाज ताे दिया पर स्टाफ की कमी, कमजाेर निगरानी आैर गंभीर स्थिति में रेफर हाेकर अस्पताल पहुंचे मरीजाें के कारण यहां माैत का अधिक रहा है।
मौत के आंकड़े
(नाेटः 28 मार्च 2020 से 7 मई 2021)
मरीज भर्ती 3500
डिस्चार्ज 2500
मौत 800
सुपर स्पेशियलिटी में आधुनिक सुविधाएं
-165 करोड़ की कीमत से बने सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में जनरल वार्ड से लेकर आधुनिक आइसीयू बना हुआ है।
-आइसीयू के प्रत्येक बेड पर वेंटिलेटर की सुविधा है।
-मेडिसिन विभाग के विशेषज्ञ डाक्टर तैनात हैं।
-रेमडेसिविर इंजेक्शन से लेकर कोविड में उपयोग आने वाली दवाएं भी उपलब्ध हैं।
-सभी 200 बेड पर सेंट्रल आक्सीजन सिस्टम लगा हुआ है।
-वार्डों में सेंट्रलाइज एसी सिस्टम है।
-आधुनिक ओटी से लेकर आधुनिक मशीन उपलब्ध हैं।
-एक्सरा से लेकर एमआरआइ से जांच की सुविधा उपलब्ध है।
जिंदगी की जंग में ये समस्याएं आ रही आड़े
-सुपर स्पेशियलिटी यूडीएस कंपनी के कर्मचारी (वार्ड व्बॉय, नर्सिंग स्टाफ, सफाईकर्मी, सुरक्षा गार्ड) तैनात हैं, जबकि स्थाई स्टाफ की कमी है।
-स्टाफ की कमी के कारण मरीजों की देखरेख ठीक से नहीं होती।
-मरीजों को समय पर दवा व इंजेक्शन नहीं मिल पाने की शिकायत लगातार अटेंडेंटों द्वारा की जाती।
-निजी अस्पतालों से गंभीर अवस्था में रेफर होकर मरीज पहुंचे, जिन्हें नहीं बचाया जा सका।
शिकायत: वार्ड व्बॉय व सफाईकर्मी मांगते हैं पैसेः सुपर स्पेशियलिटी में सोमवार को भर्ती हुए मरीज के अटेंडेंट द्वारा अस्पताल प्रबंधन से शिकायत की कि एक वार्ड व्बॉय पीने का पानी व खाना उपलब्ध कराने के एवज में पैसे मांग रहा है। साथ ही सफाई कर्मचारी वार्ड में सफाई के पैसे मांगते हैं। इस पर प्रबंधन ने कार्रवाई करते हुए दोनों कर्मचारियों को सुपर स्पेशियलिटी से हटाकर अन्य वार्ड में तैनात कर दिया।
वर्जन-
सुपर स्पेशियलिटी में बेहतर इलाज मिलने से करीब ढाई हजार लोगों ने कोरोना हराया। पर समस्या उन लोगों के साथ रही, जो देरी से इलाज लेने अस्पताल पहुंचे। कई मरीज तो दूसरे अस्पतालों से इस स्थिति में रेफर होकर पहुंचे, जिन्हें इलाज के बावजूद भी बचाना संभव नहीं हो सका। इस कारण भी मौत का आंकड़ा बढ़ा, पर इलाज व देखरेख अच्छी होती है। मरीज को सामान उपलब्ध कराने के एवज में पैसा मांगने की शिकायतें मिलीं, जिस पर कार्रवाई भी की गई। आज ही दो कर्मचारियों की शिकायत मिलने पर उन्हें हटाकर चेतावनी दी गई।
डा.आरकेएस धाकड़, अधीक्षक जेएएच