आरोपियों ने मिनिस्ट्री में पहचान बताई, अधिकारियों से मिलवाया
सीकर। सीकर के नीमकाथाना इलाके में कोविड वैक्सीन सप्लाई का टेंडर दिलवाने के नाम पर 10 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपियों ने व्यापारी को झांसे में लेने के लिए उसे दिल्ली के की एक मिनिस्ट्री में कुछ अधिकारियों से भी मिलवाया। फ़िलहाल मामले में व्यापारी ने पांच लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करवाया है।नेताओं को भी हिस्सा देने की बात कहीश्रीराम नीमकाथाना सुभाष मंडी में स्थित श्री इलेक्ट्रॉनिक्स फर्म का प्रोपराइटर है। उसके पास एलजी कंपनी के सामान वितरण का काम है। कंपनी के सामान वितरण के सिलसिले में उसके संपर्क दिल्ली निवासी गोविंद तुलसियान से 2010 से है। मई 2021 को गोविंद ने फोन कर श्रीराम से कहा कि उनकी जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के उच्चाधिकारियों से है। मंत्रालय अब कोविड -19 के वैक्सीन को एयरपोर्ट से प्रदेश के 33 जिलाें के सीएमएचओ कार्यालय तक पहुंचाने के लिए वाहन व चालकों का टेंडर किया जा रहा है। वह चाहे ताे उसे टेंडर दिला सकता है। बदले में उसे 32.50 रुपए प्रति वॉयल मिलेंगे। जिसमें 10 रुपए गोविंद को देने होंगे जो, नेताओं के पास जाएंगे। शेष रुपए उसको मिलेंगे और प्रतिमाह कम से कम 60 लाख वॉयल आने की बात कही। मिनिमम गारंटी बताकर साढे़ तीन के बाद ढाई करोड़ रुपए खर्च करने पर सौदा तय कर टेंडर मिलने का झांसा दिया।दिल्ली में कोटेशन भरवायाश्रीराम ने बताया कि जून 2021 गोविंद उसका बेटा मिनाल उसके पास नीमकाथाना आए। टेंडर दिलाने के खर्चे के नाम पर 10 लाख रुपए ले गए। 75 हजार का डीडी व फर्म के डाक्यूमेंट्स लेकर उसे 11 जून 2021 को गोविंद ने दिल्ली बुलाया। दिल्ली में गोविंदने उसे हरमन सब्बरवाल नाम के व्यक्ति से मिलाकर कहा कि ये मंत्रालय में अधिकारी है, अपना काम करवाएंगे। उससे कोटेशन भरवाया और काम जल्द हाेने का झांसा देकर गाड़ियों की व्यवस्था करने काे कहा। 17 जून 2021 को गोविंद ने फोन कर कहा कि आपका कोटेशन स्वीकार हो गया है।करोड़ों खर्च कर गाड़ियां खरीदीइसके बाद बाद श्रीराम काे दिल्ली में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के कार्यालय निर्माण भवन ले गए। यहां हरमन सब्बरवाल ने उसके साइन करवाए और कहा कि टेंडर आपके पास मेल पर आ जाएगा। 23 जून 2021 को टेंडर का वर्क आर्डर देते हुए कहा कि अब आप गाड़ियां खरीद लाे। इधर, श्रीराम ने बैंक से लोन और रिश्तेदारों से रुपए उधार लेकर 35 गाड़ियों की व्यवस्था की, जिस पर साढ़े चार करोड़ रूपये खर्च हो गए इस खर्चे में ड्राइवर भी शामिल है। वैक्सीन पहुंचने की सूचना पर श्रीराम 13 जुलाई 2021 काे जयपुर एयरपोर्ट पर गाड़ियां और उनके ड्राइवर लेकर पहुंच गया। यहां गाड़ियों की एंट्री नहीं मिली तो श्रीराम ने गोविंद व उसके बेटे मिनाल काे फोन किया। लेकिन वह केवल बहानेबाजी करते रहे। 18 जून 2022 को इन लोगों ने पैसे देने से साफ़ मना जार दिया।श्रीराम और उसके बेटे को मिनिस्ट्री में लेकर गएटेंडर के लिए श्रीराम काे नामजद लाेग दिल्ली स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के ऑफिस तक लेकर गए। हरमन सब्बरवाल ने ऑफिस में एंट्री के लिए श्रीराम व उसके बेटे राहुल का कार्ड भी बनाकर दिया और मंत्रालय में कई लाेगाें से मिलवाया था। ऐसे में मामले में मंत्रालय के किसी कर्मचारी या अधिकारी की मिलीभगत की आशंका है।नीमकाथाना कोतवाली के इंचार्ज लक्ष्मीनारायण का कहना है कि प्रकरण पर अनुसंधान जारी है। पीड़ित पक्ष काे बुलाकर उसके द्वारा नामजद लाेगाें काे दिए गए रुपयों के लेनदेन का रिकाॅर्ड मांगा जाएगा। उसने किस-किस के खाते में रुपए जमा करवाए हैं। इसकी तस्दीक की जाएगी। दस्तावेजों की जांच करने के बाद संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।