इंदौर में हुए सामूहिक दुष्कर्म का आरोपित गिरफ्तार, नाबालिग ने रचा था षड़यंत्र
इंदौर। 37 वर्षीय महिला से सामूहिक दुष्कर्म करने वाले मुख्य आरोपित दीपक चौहान को लसूड़िया थाना पुलिस ने शनिवार दोपहर देवास से पकड़ लिया। पूछताछ में बताया लूट और दुष्कर्म का षड़यत्र गिरोह में शामिल 13 वर्षीय नाबालिग ने रचा था। टीआइ इंद्रमणि पटेल के मुताबिक दीपक पुत्र विनोद चौहान निवासी मांगलिया पर चोरी के 4 प्रकरण दर्ज हैं। आरोपित घटना के बाद इटावा (देवास) भाग गया था। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर रिश्तेदारों के छापा मारा तो वो पुलिसकर्मियों को देख भाग गया। आरक्षक राजेंद्र, दिलीप, ब्रजेश और हवलदार हरिओम ने करीब 2 किमी पीछा कर उसे दबोच लिया। गिरफ्तारी की खबर मिलते ही डीआइजी मनीष कपूरिया ने टीम को पलासिया पुलिस कंट्रोल रूम बुलाया और पुरुष्कृत करने की घोषणा की।
13 साल के नाबालिग ने बताया था, इस घर में मिलेगा माल
टीआइ के मुताबिक वारदात में शामिल 15 और 13 वर्षीय दो नाबालिगों को बाल संप्रेषण गृह भेज दिया है। पूछताछ में दीपक ने बताया कि रेकी 13 वर्षीय नाबालिग ने की थी। वह पूर्व में चोरी के अपराध में गिरफ्तार हो चुका है। रेलवे पटरी और उसके आसपास बसी कालोनियों में सूने घरों की रेकी करता रहता था। उसने महिला को अकेला देख कहा था कि इस घर में लूट-चोरी करने पर तगड़ा माल मिल सकता है। गुरुवार रात तीनों चोरी की नियत से ही घूम रहे थे। महिला के घर की खिड़की खुली हुई थी और वह अकेली ही थी। तीनों ने औजार से दरवाजे का नकूचा तोड़ दिया और सीधे महिला के पास पहुंच गए। आरोपितों ने चाकू-कैंची और कटर दिखा कर पहले 50 हजार रुपये लूटे और बाद में उसके साथ दुष्कर्म किया। टीआइ के मुताबिक आरोपित फिलहाल 50 हजार लूटने से इनकार कर रहा है। उसने कहा कि सिर्फ 6 हजार रुपये ही मिलें थे।
कोरोना संक्रमित नहीं थी महिला-एसपी
एसपी आशुतोष बागरी के मुताबिक यह बात गलत है कि महिला कोरोना संक्रमित थी और फिलहाल वह होम क्वारंटाइन थी, महिला को करीब एक महीने पूर्व कोरोना हुआ था लेकिन फिलहाल वह ठीक थी। महिला क्वारंटाइन नहीं बल्कि अकेली ही रहती थी, जिस आरोपित को गिरफ्तार किया उस पर पूर्व में इनाम भी नहीं था।