ग्वालियर में ब्लैक फंगस से दो महिलाओं की मौत
ग्वालियर। कोरोना महामारी के साथ ब्लैक फंगस( म्यूकर माइकाेसिस) बीमारी जानलेवा हाे रही है। रविवार काे ब्लैक फंगस के चलते दाे महिलाओं की मौत हो गई। इनमें एक शिवपुरी की रहने वाली थी आैर दूसरी नाका चंद्रवदनी ग्वालियर की निवासी थी। दाेनाें महिलाआें का निजी अस्पतालाें में इलाज चल रहा था। इसके अलावा मुरैना के साठ वर्षीय यशवीर सिंह काे सिम्स हॉस्पिटल से दिल्ली के अपाेलाे अस्पताल के लिए रेफर किया गया है। जेएएच में तीन आैर मरीजाें में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है।
कोरोना को हरा चुकीं नाका चंद्रबदनी निवासी 43 वर्षीय रमा देवी काे ब्लैक फंगस की शिकायत के चलते सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पांच दिन पहले उनका सफल ऑपरेशन हाे गया, लेकिन शनिवार रात उनका अचानक आक्सीजन लेवल कम हुआ आैर रविवार सुबह चार बजे उनकी माैत हाे गई। सिम्स हॉस्पिटल के डा अनुराग सिकरवार का कहना है कि महिला की माैत हैप्पी हाइपाेक्सिया के कारण हुई है। जबकि ईएनटी विशेषज्ञ डा रविंद्र बंसल का कहना है कि आपरेशन हाेने के बाद भी ब्लैक फंगस से माैत से इंकार नहीं किया जा सकता है।इधर नवजीवन अस्पताल में कोरोना संक्रमित शिवपुरी की कृष्णा अग्रवाल के ब्रेन में ब्लैक फंगस की शिकायत थी। जिसके चलते उनकी रविवार को मौत हो गई। उनका पिछले छह दिन से इलाज चल रहा था पर ब्रेन का आपरेशन कर ब्लैक फंगस निकालना संभव नहीं था। इससे पहले कृष्णा के पति की कोरोना से 26 अप्रैल को मौत हो चुकी है। वहीं मुरैना के 60 वर्षीय यशवीर सिंह के ब्रेन में ब्लैक फंगस की पुष्टि होने पर उन्हें सिम्स अस्पताल से दिल्ली अपोलो अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है। रविवार को कल्याण अस्पताल में भर्ती एक ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीज का आपरेशन किया गया। इसके साथ ही जयारोग्य अस्पताल में भर्ती तीन कोविड मरीजों में भी ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है।