बैंककर्मी ने मदद के लिए बनाई ‘कोविड आर्मी फार इंदौर’
इंदौर। एक निजी बैंक में काम करने वाले युवक ने कोरोना की दूसरी लहर में लोगों को परेशान देखकर कोविड आर्मी फार इंदौर बना दी। इसकी वेबसाइट बनाई और कोरोना से जुड़ी हर चीज के लिए 150 वालेंटियर निशुल्क सेवा दे रहे हैं। वहीं अभी सबसे जरूरी प्लाज्मा के लिए लगातार काम किया जा रहा है। इंदौर में रहने वाले चिन्मय बक्षी एक निजी बैंक में डेटा साइंटिस्ट हैं लेकिन उन्होंने कोरोना पीड़ितों की मदद करने के लिए एक नवाचार किया है। मूल रूप से इंजीनियर चिन्मय बताते हैं लोगों को परेशान देख मेरे मन में उनकी मदद करने का विचार आया। इसके बाद मैंने वार रूम के नाम से इंटरनेट मीडिया पर कुछ ग्रुप बनाए। जिसमें धीरे-धीरे 150 वालेंटियर जुड़ गए। हम लोगों ने आक्सीजन, रेमडेसिविर इंजेक्शन और अन्य जरूरत की चीजों को उपलब्ध करवाने का काम शुरू किया। हमने हमारे समूह को कोविड आर्मी फार इंदौर नाम दिया है।
प्लाज्मा के लिए जुट गए : बक्षी ने बताया कि अब जब प्लाज्मा की डिमांड ज्यादा आ रही तो मेरे कुछ दोस्तों अमीषा राजानी, नेहल दाया, चिराग जैन, नमन जैन और अश्विन सैम्यूल ने एक वेबसाइट कोविड डेश इंडिया ओआरजी बना दी। एक सप्ताह में हमारी साइट को डेढ़ लाख हिट मिल चुके हैं। जिसमें प्लाज्मा देने वाले और प्लाज्मा चाहने वाले दोनों रजिस्टर करते हैं। दोनों इसके अपडेट को देख सकते हैं। हम लोग कई मरीजों को प्लाज्मा उपलब्ध करवा चुके हैं।
अस्पताल जाने से घबरा रहे डोनर
बक्षी ने बताया कि सबसे अधिक परेशानी लोगों का डर है। जो लोग ठीक हो चुके हैं वे प्लाज्मा देना तो चाहते हैं, लेकिन अस्पताल जाने से डरते हैं कि कहीं कोरोना उन्हें दोबारा चपेट में ना ले ले। इसलिए हम उनकी काउंसलिंग करते हैं। हम डोनर को यह भी भरोसा देते हैं कि उनका नंबर सार्वजनिक नहीं होगा।