इंदौर में मंत्री तुलसी सिलावट की पत्नी का ड्राइवर हिरासत में
इंदौर। रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में मंत्री तुलसीराम सिलावट की पत्नी के ड्राइवर गोविंद राजपूत को विजयनगर थाना में पदस्थ सिपाही प्रवीण सिंह ने पकड़ लिया है। एसपी (पूर्वी) आशुतोष बागरी के मुताबिक गोविंद ने हिरासत में पूछताछ के दौरान डा. पूर्णिमा गाडरिया के ड्राइवर पुनीत अग्रवाल को ही मुख्य आरोपित बताया और कहा कुछ समय पूर्व एंटी रेपिड टेस्ट में उसकी पाजिटिव रिपोर्ट मिली थी। इससे वह घबरा गया और पुनीत से संपर्क कर सात-सात हजार रुपये में दो इंजेक्शन खरीद लिए। कुछ दिन बाद आरटीपीसीआर टेस्ट करवाया तो रिपोर्ट निगेटिव आ गई। उसने पुनीत से संपर्क किया और दोनों इंजेक्शन वापस भी लौटा दिए।
एसपी के मुताबिक पूरी बातचीत की रिकार्डिंग भी मिली है। पुनीत ने बंटी नामक युवक से इंजेक्शन लेना बताया है। एसपी के मुताबिक पुनीत ने गुमराह और केस को पेचीदा करने के उद्देश्य से गोविंद का नाम बताया था। पुलिस अब बंटी की तलाश कर रही है।
रेमडेसिविर कालाबाजारी में दो ओटी टेक्नीशियन गिरफ्तार
खरगोन की बलकवाड़ा थाना पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें इंदौर के निजी अस्पताल में काम करने वाले दो ओटी टेक्नीशियन हैं। इनके नाम साजन नगर नौलखा निवासी 43 वर्षीय दिलीप पुत्र लालचंद पाटीदार और लिंबोदी खंडवा रोड निवासी 27 वर्षीय रोहित पुत्र मोहनलाल पाटीदार हैं। दिलीप तीन इमली चौराहा स्थित शुक्ला अस्पताल जबकि रोहित एलआइजी स्थित सीएचएल अस्पताल में ओटी टेक्नीशियन है। इस मामले का खुलासा बुधवार को पुलिस अधीक्षक शैलेंद्रसिंह चौहान ने किया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने कसरावद फाटा पुलिया के पास तीन लोगों को पकड़ा था। पूछताछ में इनसे पता चला कि ये लोग ओटी टेक्नीशियन दिलीप और रोहित से 25 हजार रुपये में एक इंजेक्शन लेकर उसे 30 हजार रुपये में बेचते थे। बाद में दोनों को इंदौर से पकड़ लिया।