अब बाजार में भी मिलेगी DRDO की 2 डीजी, आज जारी होगी 10 हजार पाउच वाली दूसरी खेप
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से विकसित की गयी कोविड-19 रोधी दवा 2-डीजी की दूसरी खेप आज जारी की जाएगी। . डॉ रेड्डीज़ लैब इस खेप में 10,000 सैशे जारी करेगी। अब यह दवा जल्द ही बाजार में भी उपलब्ध हो सकेगी। सरकार का कहना है कि दवा 2-डीजी कोविड-19 के इलाज में बेहद उपयोगी होगी एवं इस महामारी के खिलाफ जारी लड़ाई में निर्णायक साबित हो सकती है।
कैसे इस्तेमाल की जाएगी सह दवा
- ‘2 डीजी’ की दवा पाउडर के रूप में है।
- यह ओआरएल घोल की तरह पैकेट में आ रही है।
- इस दवा को बनाने में ज्यादा जटिलताएं नहीं हैं।
- पाउडर के रूप में होने के कारण यह आसानी से पानी में घुल जाती है।
- इसके बाद इसे पीना आसान है।
- इसे पांच से सात दिनों तक दिन में दो बार लिया जा सकता।
- फिर भी इसे लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
कोरोना के खिलाफ अहम भूमिका निभा सकती है ये दवा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इस दवा को लॉंच करते हुए कहा था कि डीआरडीओ की यह दवा देश ही नहीं, दुनिया को कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में अहम भूमिका निभाएगी। व2डीजी का उत्पादन देश की दिग्गज दवा निर्माता कंपनी डॉ. रेड्डीज लैब कर रही है। यह दवा सैशे के रूप में उपलब्ध है।
दवा का क्लीनिकल परीक्षण जारी
इस बीच, इस दवा के क्लीनिकल परीक्षण के आंकड़ों से यह पता चला है कि देश के दो दर्जन से भी अधिक सरकारी और निजी अस्पतालों में अगस्त माह तक इसके तीसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण जारी रहेंगे। इस परीक्षण में 220 मरीजों को शामिल किया जाएगा।
कैंसर के ईलाज के लिए भी कारगर है ये दवा
दरअसल, 2-डीजी दवा का तीसरे चरण का क्लीनिकल परीक्षण जनवरी माह में शुरू हुआ था जबकि दूसरे चरण का परीक्षण पिछले वर्ष जून से सितंबर के बीच हुआ था जिसमें 110 मरीजों को शामिल किया गया था। कई विशेषज्ञों का कहना है कि इस दवा का इस्तेमाल कैंसर के रोगियों के इलाज के लिए भी किया जाता है। गौरतलब है कि भारत के औषधि महानियंत्रक ने पिछले वर्ष मई में ही डॉ रेड्डी लैब को 2-डीजी दवा के कोविड-19 के मरीजों पर क्लीनिकल परीक्षण की मंजूरी प्रदान की थी।