ब्रेकिंग
तुलसी जयंती पर रामायण ज्ञान परीक्षा प्रतियोगिता के लिए सरयू साहित्य परिषद द्वारा तैयारियों के संबंध हुई बैठक विधायक इंद्र साव ने किया आधुनिक सुविधायुक्त अस्पताल का उद्घाटन भाटापारा नगर ब्राह्मण समाज के युवाओं द्वारा, भाटापारा ब्राह्मण युवा शाखा का गठन किया गया, अभिषेक उपाध्याय को सर्व सम्मती से अध्यक्ष मनोनीत किया गया ब्राह्मण समाज के युवाओं द्वारा, भाटापारा ब्राह्मण युवा शाखा का गठन किया गया विधायक इंद्र साव ने किया मतदान कहा लोगो का आज भी लोकतंत्र पर है विश्वास विधायक इंद्र साव के नेतृत्व में निकली रैली में उमड़ा जन सैलाब विधानसभा चुनाव से ज्यादा की मिलेगी इस बार लीड :-इंद्र साव भाटापारा शहर पुलिस द्वारा संतमाता कर्मा वार्ड भाटापारा में घटित अंधेकत्ल के मामले का 24 घंटे के भीतर किया गया पर्दाफाश भाटापारा शहर पुलिस द्वारा आनलाईन क्रिकेट सट्टा का संचालन करने वाले 03 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार बृजमोहन अग्रवाल ने भाटापारा नगर में रोड शो कर जनता से भाजपा के लिए वोट मांगे कांग्रेस की राजनीति का उद्देश्य युवराज को लांच कर परिवार के लिए सत्ता का उपयोग करना है -मुख्यमंत्री विष्णु देव साय। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा न...

ईरान में शिया मुस्लिमों के पवित्र स्थल पर बंदूकधारियों ने की फायरिंग, 15 लोगों की मौत

दुबई । ईरान में शिया सुन्नी विवाद के चलते दक्षिण शहर शिराज में शिया मुसलमानों के पवित्र स्थल पर बंदूकधारियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की जिसमें कम से कम 15 लोगों की जान चली गई। ईरान की सरकारी मीडिया ने यह खबर दी है। न्यायपालिका की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, शाह चेरघ मस्जिद पर हमले के सिलसिले में दो बंदूकधारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि तीसरा फरार है। सरकारी समाचार एजेंसी के अनुसार, 15 लोगों की मौत हुई है जबकि सरकारी टीवी के अनुसार, 40 लोग घायल भी हुए हैं। गौरतलब है कि ईरान में सुन्नी चरमपंथी अतीत में अकसर शिया मुसलमानों के पवित्र स्थलों को निशाना बनाते रहे हैं और इस हमले में भी उनकी संलिप्तता नजर आ रही है। ईरान में यह हमला ऐसे वक्त में हुआ है जब आजादी की मांग को लेकर देश में महीने भर से सरकार विरोधी आंदोलन चल रहा है। वहीं, 22 वर्षीय माहसा अमीनी की हिरासत में हुई मौत के 40 दिन पूरे होने पर देश के उत्तरी-पश्चिमी शहर की सड़कों पर हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी उतरे। गौरतलब है कि शिया मुसलमानों में मृत्यु के बाद तमाम रीति-रिवाज होते हैं और मौत के 40 दिन पूरे होने पर फिर से शोक मनाया जाता है। अमीनी के कुर्द पैतृक शहर साकेज में उसके कब्र तक पहुंचने के लिए लोगों की लंबी-लंबी लाइनें लगी रहीं। सरकार से जुड़ी मीडिया के अनुसार, अमीनी की कब्र तक पहुंचने वाले जुलूस में 10,000 प्रदर्शनकारी शामिल थे। महिलाओं ने अपने हिजाब उतार दिए और उन्हें अपने सिर के ऊपर हवा में घुमाया