आरपीएफ जवान पर मारपीट का आराेप, निरंजनी अखाड़े के संत धरने पर बैठे
ग्वालियर। रेलवे स्टेशन प्लेट फार्म नंबर-1 के बाहर भगवाधारी बाबा राघवानंद सरस्वती तपती धूप में मंगलवार की दोपहर को धरने पर बैठ गए। संत का आरोप था कि बहन के साथ दिल्ली से इंदौर जाने के लिए ट्रेन से यात्रा कर रहे थे। स्टेशन पर उनके साथ आरपीएफ के जवान ने मारपीट की। इसकी शिकायत आरपीएफ थाने में करने के लिए गए तो वहां से धक्के मारकर भाग दिया। उनका मोबाइल भी तोड़ दिया। बाबा का दावा है कि वह संघ में पूर्णकालिक रह चुके हैं। इसके अलावा गोरखपुर में विहिप के संगठन मंत्री का दायित्व संभाल चुके हैं। अब पूर्ण सन्यास लेने के बाद निरंजनी अखाड़े हरिद्वार से दीक्षित हैं।
बाबा ने बताया कि नई दिल्ली में बहन रहती थी, वह घरवालाें से कुछ नाराज थी। उसे अपनी निगरानी में दिल्ली से इंदौर घरवालों के पास छोड़ने के लिए जा रहे थे। पानी लेने के लिए ट्रेन से ग्वालियर स्टेशन से उतरे थे। बहन ने आरपीएफ के जवान को बताया कि मुझे साथ में ले जाने वाले बाबा मेरे भाई हैं। मैं घर नहीं जाना चाहती हूं। मुझे घर ले जा रहे हैं। बाबा ने बताया कि आरपीएफ के जवान को वास्तविकता बताने के बाद भी उनके साथ जवान ने अभद्रता करते हुए मारपीट की। उनका मोबाइल भी तोड़ दिया और बहन भी जाने कहां चली गई। बाबा ने बताया कि बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष जयभान सिंह पवैया के साथ भी काम किया है। हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस भी माैके पर पहुंच गई आैर बाबा को समझा-बुझाकर धरने से उठाया।