भेंट मुलाकात कार्यक्रम में जिला या निगम की बड़ी घोषणा की उम्मीद ध्वस्त,जनमानस में निराशा
स्थानीय नेताओं को महत्व नहीं, सीएम की पूर्व घोषणा याद नहीं दिला पाए
मुख्यमंत्री की छवि धूमिल करने का प्रयास स्क्रिप्टेड कार्यक्रम बनाया
भाटापारा जरा हटके।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के तहत भाटापारा अंतर्गत ग्राम कड़ार पहुंचे। इस दौरान भाटापारा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत जिले के 128 करोड़ 54 लाख 34 हजार रूपए के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। जिसमें कुल 56 करोड़ 18 लाख़ 97 हजार रूपए के 174 विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं 72 करोड़ 35 लाख 37 हजार रूपए के 36 विकास कार्यों का लोकार्पण शामिल है।
भेंट मुलाकात के तहत 30 अप्रैल के कार्यक्रम रद्द होने के बाद अंततः 15 मई को मुख्यमंत्री के प्रवास पर भाटापारा विधानसभा क्षेत्र की जनता भारी उम्मीद लगाए बैठी थी। मुख्यमंत्री द्वारा गत चुनाव के पहले भाटापारा प्रवास में चुनाव जीतने पर जिला निर्माण की घोषणा की थी। अतः जनता जिला निर्माण संबंधी घोषणा के लिए आस लगाए बैठी रही। उन्होंने कुछ पुरानी घोषणाओं नई मंडी निर्माण, स्कूल उन्नयन,सड़क निर्माण, इंदौर स्टेडियम की घोषणा ही कि।
कार्यक्रम में मंच पर स्थानीय नेताओं को फटकने नहीं दिया गया
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में सभी जगह स्थानीय नेता हाशिए पर दिखे ।अन्य जगहों के दौरे से अलग यहां किसी स्थानीय नेता को महत्व नहीं दिया गया। मंच पर आगामी चुनाव के संबंधित दावेदार तक नहीं पहुंच पाए। विभिन्न आयोगों के सदस्य, प्रदेश पदाधिकारी जैसे प्रचारित पदनामधारी कोई भी नेता मंच पर नहीं पहुंच पाया।
समाज प्रमुखों के नाम पर अधिकांश कांग्रेसी चेहरे
समाज प्रमुखों से भेंट मुलाकात के लिए तय कार्यक्रम में पार्टी से जुड़े चेहरों की प्राथमिकता नजर आई। सीएम से मिलने की जुगत में नेताओं ने समाज प्रमुखों की जगह नाम जुड़वा लिए उक्त कार्यक्रम भी कांग्रेसी कार्यकर्ता सम्मेलन लगा।
स्क्रिप्टेड तैयारी- की चर्चा से कार्यक्रम की महत्ता घटी
सोशल मीडिया में सीएम के दौरे के पूर्व से ही कुछ महिलाओं को सीएम के सामने बात रखने की तैयारी कराते वीडियो वायरल हो रहे थे और उसी वायरल वीडियो में तैयारी करती महिला हकीकत में कार्यक्रम में अपना रोल प्ले करती नजर आई,जिससे प्रशासन द्वारा कार्यक्रम पूर्व नियोजित योजनानुसार चलाकर मुख्यमंत्री को हकीकत से दूर रखने के प्रयास किया गया।
अपनी पूर्व घोषणा पर बचते दिखे
भाषण के दौरान जन समूह द्वारा जिला निर्माण की आवाज लगाने पर उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह अभी संभव नहीं हो पाएगा। एडीशनल कलेक्टर के बैठने की व्यवस्था करते हैं, जबकि एडीशनल कलेक्टर के बैठने की व्यवस्था वर्षों पूर्व से बाधित होती चली आ रही है, उनके लिए पृथक भवन भी बना हुआ है।
जिला या निगम दोनों नहीं
क्षेत्र में कुछ दिनों से प्रदेश की सबसे बड़ी नगर पालिका को निगम के रूप में उन्नयन की घोषणा के कयास लगाए जा रहे थे। बरसों से क्षेत्र में सोशल मीडिया में जिला निर्माण को लेकर समय-समय पर भारी आक्रोश व्यक्त किया जाता रहा है । पूर्व सरकार के समय नगर में बाकायदा जिला निर्माण समिति द्वारा जगह-जगह धरने व भाषण दिए जाते थे। मगर आज भेंट मुलाकात कार्यक्रम में विभिन्न समूहों से हुई अलग-अलग मुलाकात में किसी ने भी सीएम को उनकी पूर्व घोषणा याद दिला कर वादा निभाने की मांग नहीं की।