वृक्षों की कटाई रोकने आकृति इंटरनेट मीडिया पर जगा रही अलख
बिलासपुर। वृक्षों की कटाई रोकने के लिए गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय की छात्रा और राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयंसेवक आकृति ताम्रकर इंटरनेट मीडिया यूट्यूब पर लोगों को जागरूक कर रही हैं। इतना ही नहीं स्लोगन व पोस्टर के माध्यम से गांव में जाकर ग्रामीणों को पारिस्थितिक तंत्र की बहाली विषय पर पाठ भी पढ़ा रही हैं।
पर्यावरण की रक्षा को लेकर आकृति हमेशा सजग रहती हैं। लाकडाउन के कारण एक साल से इंटरनेट मीडिया के माध्यम से पारिस्थितिक तंत्र की बहाली को लेकर लोगों के सीधे संपर्क में हैं। उसका कहना है कि वृक्षों की कटाई से प्राकृतिक आवास उजड़ने लगा है।
यह बड़ा खतरा है। वन्यजीव संकट में आ गए हैं। भोजन, पानी और आवास की कमी से पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है। ऐसे में हर किसी को अपना कार्बन फुटप्रिंट कम करके पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए। इंटरनेट पर आकृति लोगों को अपने घर के आसपास हरियाली, पौधारोपण, नदी नालों की सफाई के लिए प्रोत्साहित करने के साथ संकल्प दिला रही हैं।
बता दें कि ग्रामीण जागरूकता व पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए अंतरराष्ट्रीय संस्था अर्थ डे नेटवर्क ने आकृति को अर्थ डे हीरो अवार्ड से सम्मानित भी किया है। इससे पूर्व भी अलग- अलग संस्थाओं की ओर से उनका सम्मान किया गया है।
उनका कहना है कि पर्यावरण से ही हमारा जीवन है। ऐसे में हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम उसका संरक्षण करे और अपना- अपना योगदान देकर अपने हिस्से की भूमिका का निर्वहन करें। इससे न सिर्फ हमारा वर्तमान बल्कि भविष्य भी उज्जवल होगा।