आक्सीजन एक्सप्रेस से पहुंचाई 25000 मीट्रिक टन तरल चिकित्सा आक्सीजन
जबलपुर। देशभर में अब तक 368 आक्सीजन एक्सप्रेस ने आक्सीजन वितरण का काम पूरा किया और 15 राज्यों को राहत दी है। असम को झारखंड से 80 मीट्रिक टन तरल चिकित्सा आक्सीजन के साथ पांचवीं ऑक्सीजन एक्सप्रेस प्राप्त हुई। एक्सप्रेस के माध्यम से कर्नाटक में 3000 मीट्रिक टन से अधिक तरल चिकित्सा आक्सीजन पहुंचाई गई।
पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राहुल जयपुरिया ने बताया कि अब तक आक्सीजन एक्सप्रेस ने देशभर के 15 राज्यों के लगभग 39 शहरों, कस्बों में तरल चिकित्सा आक्सीजन को उतारा है। इनमें मध्य प्रदेश में सागर, जबलपुर, कटनी और भोपाल, महाराष्ट्र में नागपुर, नासिक, पुणे, मुंबई और सोलापुर, तेलंगाना में हैदराबाद, हरियाणा में फरीदाबाद और गुरुग्राम दिल्ली में तुगलकाबाद, दिल्ली कैंट और ओखला के अलावा राजस्थान में कोटा और कनकपारा, कर्नाटक में बेंगलुरु, उत्तराखंड में देहरादून, आंध्र प्रदेश में नेल्लोर, गुंटूर, ताड़ीपत्री और विशाखापत्तनम, केरल में एर्नाकुलम, तमिलनाडु में तिरुवल्लूर, चेन्नई, तूतीकोरिन, कोयंबटूर और मदुरै, पंजाब में भटिंडा और फिल्लौर, असम में कामरूप और झारखंड में पहुचाई है।
जनसंपर्क अधिकारी श्री जयपुरिया ने बताया कि आक्सीजन एक्सप्रेस की तीव्र गति सुनिश्चित करने के लिए पटरियों को खुला और हाई अलर्ट में रखा जाता है। यह सब इस तरीके से किया जाता है कि अन्य माल ढुलाई की गति भी कम न हो। नई आक्सीजन एक्सप्रेस का चलना एक बहुत ही गतिशील अभ्यास है और आंकड़े हर समय अपडेट होते रहते हैं। अधिकांश लदी हुई आक्सीजन एक्सप्रेसों की देर रात अपनी यात्रा शुरू करने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि जबलपुर के भेड़ाघाट रेलवे स्टेशन पर भी एक्सप्रेस को उतारने के लिए प्लेटफार्म बनाया गया है ताकि आक्सीजन शहर तक पहुंचाने में किस तरह की परेशानी ना हो।