कोरोना संक्रमण ने धीमी कर दी 15 किमी लंबी स्मार्ट रोड की रफ्तार
ग्वालियर। कोरोना का शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्टों पर भी प्रभाव दिखने लगा है। शहर में स्मार्ट सिटी के चल रहे 299 करोड़ की स्मार्ट रोड के प्रोजेक्ट की रफ्तार धीमी हो गई है। महलगेट से मांडरे की माता तक बनने वाले इस एक किलोमीटर के टुकड़े को जून तक पूरा किया जाना था, लेकिन अभी काम की रफ्तार काफी धीमी चल रही है।
स्मार्ट सिटी द्वारा करीब 15 किलोमीटर लंबी स्मार्ट रोड का निर्माण किया जा रहा है। इसका पहला हिस्सा महलगेट से मांडरे की माता तक का बन रहा है। इसके लिए सड़क में खुदाई कर नालियां बनाने का काम प्रारंभ हो गया है। इनमें दो नालियां बनाई जा रही हैं। जिसमें एक नाली में बारिश का पानी एवं दूसरी नाली में बिजली, टेलीफोन, गैस, आदि की लाइनें बिछाई जाएंगी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण स्मार्ट रोड की रफ्तार काफी धीमी हो गई है। इसके चलते यह अपनी समय सीमा से पिछड़ सकती है।
18 माह में बननी है सड़कः15 किलोमीटर लंबी स्मार्ट रोड का निर्माण कार्य एलएनटी कंपनी को 18 माह में पूरा करना था, लेकिन वर्तमान काम की रफ्तार को देखते हुए लग रहा है कि यह कार्य अपनी समय सीमा से अधिक समय में पूरा होगा।
एक तरफ का चल रहा है काम, दूसरी तरह है बाकीः स्मार्ट सड़क पर अभी कटोराताल वाली साइड पर काम चल रहा है, जबकि अभी जीवाजी क्लब वाली साइड पर काम प्रारंभ भी नहीं हुआ है। वहीं दूसरी साइड वाले हिस्से में बिजली आदि की लाइनें बिछाने के लिए पाइप भी कम ही डाले जाएंगे, क्योंकि इसमें अधिकांश हिस्सा छत्री का है, जिसमें निर्माण आदि कम होने की उम्मीद है।
50 मीटर पर दूरी पर बनेंगे प्वाइंटः लाइनों में कभी खराबी आने अथवा बारिश के पानी की निकासी में परेशानी आने पर इसकी सफाई के लिए प्रत्येक 50 मीटर पर प्वाइंट बनाए जाएंगे। जहां से कर्मचारी अंदर जाकर पूरी सफाई आदि कर सकें। साथ ही लाइनों को बदल सकें।
वर्जन-
कोरोना के कारण काम की रफ्तार काफी धीमी हुई है, इसलिए काम समयसीमा से पिछड़ेगा। अभी इस मामले में शासन से निर्देश भी आने हैं। हालांकि अभी भी कम कर्मचारियों की मदद से कंपनी काम कर रही है। उम्मीद है कि जल्द ही कोरोना कम होगा और हम काम को फिर से तेज गति दे सकेंगे।
जयति सिंह, सीईओ, स्मार्ट सिटी