नर्स दिवस पर जिला अस्पताल में परिचारिकाओं का किया सम्मान
बलौदाबाजार। अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर जिला चिकित्सालय में कोरोना काल के बीच लगातार अपने स्वजनों का बलिदान देने के बावजूद लोगों की सेवा में जुटे परिचारिकाओं का सम्मान किया गया।
इस मौके पर सिविल सर्जन डा. राजेश अवस्थी ने कहा कि एक चिकित्सक तब तक कोई कार्य पूरा नहीं कर सकता जब तक कि एक अच्छी और दक्ष परिचारिका उसका सहयोग न करे। आज पूरे विश्व मे इनकी योगदान का याद किया जा रहा है कि कोरोना की इस महामारी के समय हमारी बहुत सी बहनों ने अपने परिजनों को खोया है और उसके बाद भी ये किसी और के परिजन न खो जाए इस बात को लेकर अपने सारे दुखों को भुलाकर पुनः सेवा देने हाजिर हो गए हैं। चिकित्सक बिना नर्स के कोई भी कार्य नहीं कर सकता है और न ही कोई मरीज इनकी सेवा के बगैर स्वस्थ हो सकता है। इस कोरोना काल मे जब परिजन भी अपनो का साथ छोड़ दे रहे हैं ऐसे में हमारी ये बहनें उन्हें एक स्वजन की तरह साथ देकर उनका उत्साह बढ़ाते हुए उनकी तीमारदारी कर उन्हे स्वस्थ कर उनके परिवार को खुशी दे रही है।
हमारे ही संस्थान में कार्यरत नर्स ने अपने पिता को खोया है तो एक ने अपने पति को खोया है स्वयं संक्रमित हो गए और पुन स्वस्थ होकर काम पर आ गए ताकि किसी का पति तो किसी का पिता और भाई बहन उससे जुदा न होने पाए इसलिए हमने आज इस कोरोना काल में इनकी मेहनत और लगन को याद करते हुए एक छोटा सा सम्मान कर रहे हैं। इनके कायोर् की जितनी सम्मान किया जाए या तारीफ की जाए वह कम है फिर भी हम हमारे यहां के तीन नर्सो का विशेष सम्मान कर रहे है। जिसमें मोनिका यादव, सिस्टर पदमनी व सिस्टर वंदना है इसके साथ ही हम समस्त नर्सो का सम्मान करते हैं।
इसके पूर्व अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस जिनके नाम पर मनाया जाता है विश्वविख्यात फलोरेंस नाईटीजिल को याद करते हुए उनके चित्र के सामने मोमबत्ती जलाकर व केक काटकर उनका जन्मोत्सव मनाते हुए उनके कायोर् को याद किया गया। इस अवसर पर डा. अशोक वर्मा, डा. आकांक्षा सोनवानी के साथ जिला चिकित्सालय की सभी परिचारिकाएं उपस्थित थीं।