सिंधिया ने रैपिड टेस्ट पर उठाए सवाल,कहा-आरटीपीसीआर विश्वसनीय
ग्वालियर। कोरोना संक्रमण की जांच के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट नहीं बल्कि आरटीपीसीआर ही विश्वसनीय है। रैपिड एंटीजन टेस्ट की शुद्वता (एक्यूरेसी) 50 प्रतिशत ही है। कोरोना संक्रमण की जांच में रैपिड एंटीजन को ही आधार न माना जाए। ज्यादा से ज्यादा आरटीपीसीआर जांच ही की जाना चाहिए। कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और अफसरों के सामने राज्य सभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रैपिड एंटीजन टेस्ट पर यह सवाल खड़े कर दिए। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों ने रैपिड के साथ आरटीपीसीआर भी किए जाने का भरोसा दिया। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सैंपलिंग को लेकर कहा कि संक्रमण के केस जरूर कम हुए हैं, लेकिन सैंपलिंग कम नहीं की जाएगी। सैंपलिंग के लिए कम से कम की संख्या को लेकर निर्देश दिए थे, सैंपलिंग कम करने के लिए नही कहा गया है।
बच्चों और ब्लैक फंगस के लिए अलग से हों वार्डः राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बैठक में कहा कि मध्यप्रदेश ने कोरोना संक्रमण को नियंत्रण में किया है, यह संतोषजनक है। हमें वर्तमान के साथ-साथ भविष्य के लिए भी पुख्ता प्लानिंग करने की आवश्यकता है। वर्तमान समय में ब्लैक फंगस की जो बीमारी सामने आ रही है, उस पर प्रभावी नियंत्रण के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। सभी मेडीकल कॉलेजों में ब्लैक फंगस के लिए अलग से वार्ड स्थापित हों, यह जरूरी है। इसके साथ ही भविष्य के लिए सभी मेडीकल कालेजों में बच्चाें के लिए भी पृथक से वार्ड स्थापित हो, ताकि कोई दिक्कत आती है तो उसका सामना किया जा सके।
अनाथ बच्चों का होगा सर्वे,राशन में गडबड़ करने वाले जाएंगे जेलः मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि ब्लैक फंगस को लेकर अस्पताल में अलग से कमरा हो, जहां इलाज किया जाए। वहीं कोविड के बाद जो परेशानियां मरीजों को आ रही हैं, उनके लिए भी पोस्ट कोविड सेंटर में ध्यान दें। कोरोना संक्रमण में अपने माता या पिता को खो चुके बच्चों का सर्वे शुरू किया जाए और चिह्नित कर लाभ दिया जाए। वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि राशन वितरण में गड़बड़ करने वालों को जेल भेजें। डबरा में 50 बिस्तरों के अस्पताल का निर्माण भी जल्द किया जाएगा। बैठक में कलेक्टर ने बताया कि ग्वालियर में आक्सीजन के कई प्लांट स्थापित करने की स्वीकृति भी दी गई है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा- पहले कार्ययोजना बनाएंः केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि आक्सीजन प्लांट की कहीं भी जरूरत हो तो मुझे बताएं, मैं सीएसआर फंड से लगवा दूंगा। पोस्ट कोविड की तैयारी ठीक से की जाए। अग्रिम कार्ययोजना तैयार करें, जिससे आगे दिक्कत न आए।
मुख्यमंत्री बोले-शिवपुरी-दतिया में सुधार की जरूरतः महामारी के नियंत्रण को लेकर मुख्यमंत्री ने शिवपुरी-दतिया में सुधार की जरूरत बताई। वहीं गुना-अशोकनगर और भिंड व मुरैना का काम अच्छा बताया। ग्वालियर में व्यवस्थाओं के प्रति संतोष जताया। ग्वालियर में ग्रामीण क्षेत्र में भी कोरोना पर फोकस करने के निर्देश दिए। आपदा प्रबंधन समूह की बैठक के दौरान सबसे ज्यादा समय भिंड व मुरैना के प्रतिनिधियों ने लिया, जिस कारण मुख्यमंत्री को जाने में देरी भी हुई।
विधायक-पूर्व विधायक ने दिए सुझाव-मांगपत्रः पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल ने मुरार अस्पताल में 300 बेड बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र सौंपा। वहीं विधायक सतीश सिंह सिकरवार ने हजार बिस्तर के अस्पताल को शीघ्र शुरू किए जाने,मार्क अस्पताल की जमीन पर जल्द किसी बड़े समूह से अनुबंध कर अस्पताल शुरू किए जाने सहित अन्य सुझाव देते हुए पत्र दिया।
कलेक्टर काैशलेंद्र विक्रम सिंह से सीधी बातः
सवाल: शहर में रैपिड एंटीजन टेस्ट ज्यादा किए जा रहे हैं,जबकि खुद राज्य सभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसे अविश्वसनीय बताया है,ऐसा क्यों?
जवाब: रैपिड एंटीजन के साथ आरटीपीसीआर भी कराए जा रहे हैं,आरटीपीसीआर ज्यादा कराने के लिए निर्देश दिए जाएंगे।
सवाल: सैंपलिंग कम की जा रही है,जबकि सीएम कह रहे हैं कि सैंपलिंग कम करने के निर्देश नहीं है?
जवाब: सैंपलिंग कम नहीं की जा रही है, शासन से मिले निर्देशों का पूरा पालन किया जा रहा है। सैंपलिंग कम नहीं होगी।
सवाल: संक्रमण दर कम हो रही है,लेकिन सैंपलिंग भी सभी क्षेत्रों में हो,यह निगरानी नहीं हो रही?
जवाब: सैंपलिंग संक्रमण का पता करने के लिए कराते हैं और सभी टीमें लगी हुई हैं। पूरी निगरानी हो रही है।