लखीमपुर की घटना के विरोध में गरमाएगी कांग्रेस की राजनीति
बिलासपुर। उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में जिला मुख्यालय में आज कांग्रेस की राजनीति गरमाएगी। सुबह 11 बजे से कांग्रेस भवन में कांग्रेस के नेताओं व कार्यकर्ताओं के आने का सिलसिला प्रारंभ हो गया है। दोपहर बाद कलेक्टोरेट का घेराव करेंगे व केंद्र सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करेंगे। लखीमपुर की घटना के अलावा तीन नए कृषि कानून को लेकर भी कांगे्रसी अपना प्रभावी विरोध दर्ज कराएंग
जिला व शहर कांग्रेस कमेटी के बैनर तले केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करने का निर्णय लिया गया है। लखीमपुर की घटना को लेकर देश के सभी राज्यों में केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस हल्ला बोल रही है। इसी कड़ी में संभागीय मुख्यालय में कांगे्रेस के दिग्गज से लेकर मैदानी कार्यकर्ताओं की एकजुटता हो रही है। सोमवार को कांग्रेस भवन में दिग्गजों ने आंदोलन को प्रभावी बनाने के लिए रणनीति बनाई है
इसमें निगम सीमा के अंतर्गत आने वाले वार्डों से पार्षद के अलावा पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। शहर के साथ ही जिले के अलग-अलग ब्लाकों से पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के कांग्रेस भवन आने का सिलसिला प्रारंभ हो गया है। कांगे्रस भवन में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की हलचल भी बढ़ने लगी है।
दोपहर दो बजे के बाद रैली की शक्ल में केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोलते कांग्रेसी दिग्गज व कार्यकर्ता कलेक्टोरेट की ओर कूच करेंगे। कलेक्टोरेट का घेराव करेंगे। कांग्रेस का आरोप है कि कृषि कानून के विराध में लखीमपुर में शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के ऊपर केंद्रीय मंत्री के बेटे ने बर्बरता पूर्वक वाहन से रौंद दिया।
इनकी रहेगी मौजूदगी
विधायक, निगम, मंडल, आयोग व बोर्ड के अध्यक्ष, महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष, प्रदेश पदाधिकारी, शहर कांग्रेस कमेटी, ग्रामीण कांग्रेस कमेटी एमआइसी सदस्य, पार्षद, एल्डरमैन, जिला, शहर के सभी ब्लाक अध्यक्ष, महिला कांग्रेस,सेवादल,युवा कांग्रेस ,जिला पंचायत जनपद पंचायत,नगर पंचायत के सदस्य, सभी मोर्चा, विभाग, अनुषांगिक संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रहेगी।