यूरोपियन यूनियन के टीम लीडर आज भी करेंगे ग्वालियर का भ्रमण, इन स्थानाें का लेंगे जायजा
ग्वालियर। इंटरनेशनल अरबन कारपाेरेशन द्वारा देश के 12 शहरों का चयन किया गया है, जिसमें ग्वालियर भी शामिल है। ग्वालियर के पुरातत्व को यूनेस्को के अरबन कारपोरेशन में शामिल किया गया है। इसके चलते अब शहर का विकास पुरात्तव एवं ऐतिहासिक धरोहरों को सहेजते हुुए किया जाएगा। साथ ही शहर का विकास यूरोपियन देश बेल्जियम की ल्यूबिन सिटी की तर्ज पर किया जाएगा। गुरुवार को यूरोपियन यूनियन के टीम लीडर इंटरनेशनल पेनागिटस एवं इंडियन कार्डिनेटर आशीष वर्मा द्वारा ग्वालियर का भ्रमण किया गया था। यह टीम शुक्रवार काे भी भ्रमण करेगी। शहर को घूमाने का जिम्मा नगर निगम के सहायक यंत्री शिशिर श्रीवास्तव को दिया गया है। इसके साथ ही ग्वालियर संगीत को लेकर भी यूनेस्को में दावेदारी कर रहा है। संगीत की दावेदारी मिलने पर शहर पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो जाएगा।
देश के 12 शहरों का चयन इंटरनेशनल अरबन कारपाेरेशन द्वारा किया गया है। इनमें सूरत, चैन्नई, लखनऊ, नागपुर, सोलापुर, साउथ देहली, विजयबाड़ा, पणजी, ग्वालियर, उदयपुर, कोच्चि एवं शिमला शामिल हैं। इन शहरों का यूरोपिय देशों के एक-एक शहर के साथ जोड़ा बनाया गया है। इन सभी का विकास इनके जोड़ों वाले शहर के रूप में किया जाएगा। गुरुवार को यूरोपियन यूनियन के टीम लीडर इंटरनेशनल पेनागिटस एवं इंडियन कार्डिनेटर आशीष वर्मा द्वारा ग्वालियर के बैजाताल, इक्यूवेशन सेंटर, कंट्रोल कमांड सेंटर मोतीमहल, रीजनल आर्ट एवं क्राफ्ट सेंटर मोतीमहल, तारा मंडल, डिजिटल म्यूजियम, डिजिटल लाइब्रेरी, महाराज बाडा, टाउन हाल आदि क्षेत्रों का भ्रमण किया। साथ ही ग्वालियर के इतिहास, विरासत एवं संस्कृति की जानकारी ली। यूरोपियन यूनियन के टीम लीडर इंटरनेशनल पेनागिटस ने बताया कि यह प्रोग्राम 2023 तक चलेगा, जिसमें विभिन्न स्तरों पर दोनाें शहर आपस में एक्सचेंंज प्रोग्राम चलाएगी। एक दूसरे की संस्कृति का आदान प्रदान करेंगी। इन विकास से ग्वालियर में पर्यटन की अपार संभावनाएं बढ़ेगी, जिससे शहर का विकास होगा।