रेत के बाद ऑटोमोबाइल परिवहन में पश्चिम-मध्य रेलवे ने किया कमाल, एक माह में कमाए 26 लाख
भोपाल। पश्चिम-मध्य रेलवे रेत परिवहन के बाद अब आटोमोबाइल परिवहन के क्षेत्र में भी उतर गया है। सितंबर माह में रेलवे ने भोपाल, जबलपुर और कोटा मंडल के स्टेशनों से ऑटोमोबाइल का परिवहन किया है। रेलवे को इस क्षेत्र से 26 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। पश्चिम-मध्य रेलवे के लिए यह बिल्कुल नया लोडिंग आयटम है। इसके पहले ऑटोमोबाइल परिवहन नहीं किया जाता था। इस तरह रेलवे ने सितंबर माह में हर तरह के माल लदान से तीन करोड़ रुपये कमाए हैं।
भोपाल मंडल ने पहली बार किया राखड़ का परिवहन
भोपाल रेल मंडल ने पहली बार राखड़ का परिवहन किया है। यह राखड़ बीना से लखनऊ भेजी गई थी। रेलवे को इस क्षेत्र से 77 लाख रुपये की आवक हुई है। इस तरह गुना से एक रैक मक्का भी बाहर भेजा गया है। रेलवे को इससे 40 लाख रुपये की आवक होगी।
माल परिवहन से होने वाली कमाई से यात्री सुविधाएं बढ़ाने पर जोर
माल परिवहन से जोन को हर माह करोड़ रुपये की आवक हो रही है। रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि इस आवक से भोपाल, जबलपुर व कोटा रेल मंडल के तीन सौ से अधिक स्टेशनों पर यात्री सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। पुल, पुलिया का निर्माण किया जाएगा। ट्रैक को लगातार अपग्रेड किया जा रहा है। सिग्नल व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है। लोगों की सुविधा के लिए रेल अंडरपास का निर्माण किया जा रहा है। ट्रेनों में आधुनिक एलएचबी कोच लगाए जा रहे हैं, ताकि यात्रियों के लिए सफर आरामदायक हो सके। पश्चिम-मध्य रेलवे के मुख्य प्रवक्ता राहुल जयपुरिया का कहना है कि रेलवे तेजी से अधोसंरचना से जुड़े काम कर रहा है। इसमें रुपयों की जरूरत होती है, जिसकी भरपाई माल लदान से होने वाली आवक से होनी जरूरी है। इस आवक से यात्रियों के हितों से जुड़े काम ही हो रहे हैं।