छत्तीसगढ़ की बलिदानी मिट्टी लेकर दिल्ली जाएंगे किसान
रायपुर। केंद्रीय कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन के दौरान दिवंगत हुए किसानों का वहां स्मारक बनाने की तैयारी है। इसके लिए देशभर से मिट्टी एकत्र कर दिल्ली भेजी जाएगी। छत्तीसगढ़ की भी बलिदानी मिट्टी वहां ले जाने की तैयारी है।
छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ संयोजक मंडल के तेजराम विद्रोही ने बताया कि मिट्टी एकत्र करने के लिए मिट्टी सत्याग्रह शुरू किया गया है। गुजरात के दांडी से 30 मार्च को इसकी शुरुआत हो चुकी है। छत्तीसगढ़ में शनिवार को शहीद वीर नारायण सिंह की भूमि सोनाखान से इसकी शुरुआत की जाएगी।
प्रदेश के अलग-अलग स्थानों से मिट्टी लेने के लिए टीमें बनाई गई है। सोनाखान के बाद तमोरा से मिट्टी ली जाएगी। वहां 1930 में अंग्रेजों के विरुद्ध जंगल सत्याग्रह हुआ था। रविवार को दल्लीराजहरा शहीद स्थल से मिट्टी ली जाएगी। यहां सरकार की नवउदारवादी नीतियों का विरोध करने वाले मजदूर पुलिस दमन का शिकार हुए थे।
रविवार को ही धमतरी के कंडेल से मिट्टी लेंगे। वहां किसानों ने 1920 में नहर सत्याग्रह किया था। दूसरे साथी 1920 में बस्तर में हुए भूमकाल आंदोलन के स्थलों से मिट्टी इकट्ठा करेंगे। नगरी-सिहावा से भी मिट्टी आएगी। सभी स्थानों की मिट्टी एकत्र करने के बाद सभी दल राजिम में मिलेंगे। वहां से पांच अप्रैल को सभी रायपुर पहुंचेंगे और यहां से दिल्ली रवाना होंगे।