जालसाज निकला नगर निगम का पंप ऑपरेटर, कृषि भूमि बेचने का सौदा कर लाखों ठगे
जबलपुर। पहले से किसी और को बेची जा चुकी कृषि भूमि के विक्रय का अनुबंध कर नगर निगम के कर्मचारी ने साढ़े तीन लाख रुपये ठग लिए। घटना के संबंध में ओमती थाना प्रभारी एसपीएस बघेल ने बताया कि धनवंतरी नगर सागर कॉलाेनी निवासी प्रेम कुमार श्रीवास ने ठगी की शिकायत की थी। उसके मुताबिक नारायण प्रसाद यादव नगर निगम में पंप आपरेटर है। वो मूलत: पिंडरई थाना बरेला का निवासी है तथा वर्तमान में नगर निगम क्वार्टर जगदीश मंदिर के पीछे आगा चौक में रहता है। उसने उससे साढ़े तीन लाख में पिंडराई खमरिया स्थित कृषि भूमि खरीदने का सौदा किया था। 31 दिसंबर 2014 को नारायण प्रसाद यादव को बयान के तौर पर तीन लाख रुपये दिए थे
बाद में उसने 50 हजार रुपये और लिए परंतु जमीन की रजिस्ट्री करने से आनाकानी करता रहा। बाद में उसे पता चला कि नारायण प्रसाद यादव ने अपनी भूमि को पुत्र रोहित कुमार एवं एक अन्य व्यक्ति रमेश यादव के नाम से वर्ष 2018 में हस्तांतरति कर दिया था। बाद में उसी जमीन को बेचने का उससे अनुबंध कर लाखों रुपये हड़प लिए। धारा 420 का प्रकरण दर्ज कर आरोपित की तलाश की जा रही है।
इधर, मकान बेचने का अनुबंध कर हड़प लिए आठ लाख: मकान बेचने का अनुबंध कर आठ लाख रुपये हड़पने वाले जालसाज के खिलाफ मदनमहल पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया है। घटना के संबंध में मदनमहल थाना प्रभारी नीरज वर्मा ने बताया कि पुष्पिन यादव निवासी गंगासागर मदनमहल ने खुद के साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। पुष्पिन के अनुसार रमेश प्रसाद वर्मा, गीता वर्मा, अतीत वर्मा निवासी ईस्ट फेस शिवालय परिसर जगदम्बा कालोनी विजयनगर से उसकी जान पहचान थी।
गत वर्ष अतीत वर्मा ने अपना मकान बेचने की चर्चा की थी। उसे अपने भाई के लिए मकान खरीदना था। उसने अतीत से 18 लाख रुपये में मकान का सौदा कर लिया। बयाना के तौर पर आठ लाख रुपये लिए परंतु रजिस्ट्री करने से इनकार कर दिया। बयाना की रकम मांगने पर वह जान से मारने की धमकी देने लगा। उसने अतीत के माता, पिता से शिकायत की तो उन्होंने बताया कि मकान उनका है वे उसे क्यों बेचेंगे। पुलिस ने तीनों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।