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साल 2013 का है सूचना आयोग से जुड़ा मामला तब इस पद पर तैनात थे ओपी यादव, अब हैं ADG बरेली जोन के स्टाफ आफिसर

बदायूं: बदायूं में SP देहात रहे ओपी यादव पर उत्तर प्रदेश राज्य सूचना आयोग ने 25 हजार रुपये का जुर्माना डाला है। सूचनाएं न देने का आरोप भले ही तत्कालीन एसपी देहात व पुलिस के जनसूचना अधिकारी रहे ओपी यादव पर हो लेकिन मौजूदा वक्त में यह रिमाइंडर बदायूं पहुंच गया है। जबकि तकरीबन नौ साल में इस पद पर कई अधिकारी आए और गए। नतीजतन यह रिमाइंडर अफसरों की टेंशन बना हुआ है।बदायूं में अशोक कुमार कमल नाम के व्यक्ति ने साल 2013 में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय से कुछ सूचनाएं जन सूचना अधिकार के तहत मांगी थीं। जनसूचना अधिकारी का प्रभार SP देहात पर था। हालांकि ये सूचनाएं मुहैया नहीं कराई गईं। संभव है कि सूचनाएं विभागीय गोपनीयता से जुड़ी रही हों, जिन्हें साझा या सार्वजनिक नहीं किया जा सकता हो। सूचनाएं न मिलने पर प्रक्रिया के तहत पहले DM बदायूं के यहां यह मामला पहुंचा, जबकि इसके बाद राज्य सूचना आयोग में शिकायत हुई।5 दिसंबर 2013 को हुआ फैसलासूचना आयोग द्वारा 5 दिसंबर 2013 को यह आदेश जारी किया गया कि संबंधित अधिकारी पर 25 हजार रुपये का जुर्माना डाला गया है। जुर्माने की राशि 3 किश्तों में वह अधिकारी कोषागार में जमा कराएंगे।अब हो रही टेंशनआदेश के बाद SP देहात के पद पर कई अधिकारी तैनात हुए और यहां अपनी सेवाएं देकर चले गए। इधर, आयोग द्वारा पिछले दिनों आदेश का पालन कराने के लिए रिमाइंडर भेजा गया। ADM वित्त ने रिमाइंडर व आदेश की प्रति SSP आफिस भेज दी। चूंकि उस वक्त यहां SP देहात के पद पर ओपी यादव तैनात थे। ऐसे में अब अधिकारी असमंजस की स्थिति में आ गए हैं। हालांकि ओपी यादव इस वक्त ADG बरेली जोन के स्टाफ आफिसर के पद पर तैनात हैं।