कारोबारियों से मिलने पहुंचे जनप्रतिनिधि, हनुमान चौक में जलभराव की समस्या को लेकर दिया आश्वासन
बालाघाट: बालाघाट शहर के हृदय स्थल हनुमान चौराहें में ड्रेनेज सिस्टम के नाम पर 15 करोड़ रुपए की लागत से एक तरफ का नाला बना दिए था, लेकिन व्यवस्था में सुधार नहीं आ सका है। खानापूर्ति के तौर पर किए गए निर्माण को पिछले 15 साल का आंकलन किया जाए तो शहर में न तो नालियों का निर्माण हुआ है और न ही सड़कें बन पाई हैं। हालात ये है कि नगर की जनता को हर मोड़ पर मूलभूत सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है।इधर, हर साल बारिश के दिनों में दरिया बनने वाले हनुमान चौराहें पर कारोबार करने वाले कारोबारियों ने नपा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी थी जिसको लेकर सत्तारूढ़ दल के जिम्मेदारों ने किसी प्रकार के सकारात्मक प्रयास नहीं होने से हनुमान चौक में जलभराव से परेशान व्यापारियों की समस्या को गंभीरता पूर्वक लेते हुए शनिवार को किरनापुर-लांजी विधायक एवं मप्र विस की पूर्व उपाध्यक्ष हीना कावरे, कांग्रेस जिला अध्यक्ष विश्वेश्वर भगत, यूथ कांग्रेस के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष नितिन भोज, अनुराग चतुर मोहता समेत जनप्रतिनिधि कारोबारियों से मिलने पहुंचे और उन्हें भरोसा दिलाया कि शहर की इस ज्वलंत समस्या का सत्ता में आने के बाद तत्काल ही समाधान किया जाएगा। इस आश्वासन पर अब कारोबारी नपा चुनाव का बहिष्कार नहीं करेगें।इस संबंध में हनुमान चौराहें पर कारोबार करने वाले जितेंद्र कुचेरियां का कहना है कि पिछले 15 साल से हनुमान चौराहें के हालात नहीं बदल सके हैं। चुकी कारोबार करने वाले व्यापारियों ने भी माना की शहर सरकार चुनने के लिए चुनाव का बहिष्कार करना इसका समाधान नहीं है और शहर विकास को लेकर अपने मताधिकार का उपयोग करना सबका मौलिक अधिकार है। ऐसी स्थिति में चुनाव बहिष्कार की घोषणा को वापस लेते हुए शहर विकास को लेकर सभी कारोबारी मतदान करेंगे और शहर सरकार बनाने अपने भागीदारी निभाएंगें।