रक्सौल से एलटीटी जा रही ट्रेन में 595 यात्री मिले बिना टिकट
जबलपुर। ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ फिर बढ़ने लगी है। हालात यह है कि लंबी दूरी की ट्रेनों में लंबी वेटिंग लगी है। बावजूद इसके यात्री बिना टिकट लिए ही ट्रेन में यात्रा कर रहे हैं।
जबलपुर रेल मंडल से गुजरने वाली रक्सौल—एलटीटी स्पेशल ट्रेन में कमर्शियल विभाग की टीम ने जब यात्रियों की टिकट जांच की तो वह हैरान रह गए। 20 से 30 यात्री नहीं बल्कि 595 ऐसे यात्री मिले, जिनके पास टिकट ही नहीं थी। वह बिना टिकट ही ट्रेन में सफर कर रहे थे। कमर्शियल विभाग की जांच टिकट के प्रभारी सुनील श्रीवास्तव ने बताया कि इन सभी बिना टिकट यात्रियों से चार लाख 12 हजार रुपये का जुर्मान वसूला।
दरअसल इन दिनों ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य है, जिसमें बिना टिकट या वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को स्टेशन परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है वहीं ट्रेन में इतनी बड़ी संख्या में बिना टिकट यात्री मिलने से रेलवे की सुरक्षा और जांच व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यात्रियों को खिला रहे थे घटिया खाना: टिकट जांच टीम ने छापेमारी की तरह न सिर्फ ट्रेनों की सघन जांच की बल्कि स्टेशन पर खाद्य सामग्री बेचने वालों के खाने की भी जांच की गई । इस दौरान कटनी रेलवे स्टेशन पर जिन पांच ठेकेदारों को खाना बेचने के लिए लाइसेंस दिया गया है, उनके वेंडर यात्रियों को खराब गुणवत्ता और कम सामग्री बेचते हुए पकड़े गए। इस दौरान ठेकेदार दीपक गुप्ता कंपनी पर पांच हजार का जुर्माना लगाया गया, वहीं मेघना कैटरिंग, आरएस भदौरिया संस, विनीत वर्मा कंपनी, हेमंत शुक्ला पर दो—दो हजार को जुर्माना लगाया गया। इनके वेंडरों द्वारा जनता खाना 15 रुपये की बजाए 30 रुपये मे बेचा जा रहा था, उसमें भी महज पांच पुडी और 50 ग्राम सब्जी यात्रियों को दी जा रही थी। इतना ही नहीं अधिकांश खाना बासा और सड़ा हुआ भी मिला।
ट्रेनों में मचा हड़कंप: ट्रेनों की जांच के दौरान टीम को जैसे ही यात्रियों ने देखा, वह अपनी सीट छोड़कर भागने लगे । इस दौरान अन्य ट्रेनों में भी बिना टिकट और अनाधिकृत यात्रा करते हुए यात्री मिले। इन यात्रियों ने कुल आठ लाख रुपये से ज्यादा का जुर्माना वसूला गया। जांच टिकट में सीटीआई रजनीश भुल्लर, टीटीई राकेश सिंह,एसके सिंह, राजेश दुबे आदि रहे।