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महामारी से बचाव के लिए ये सन्नाटा अच्छा है

ग्वालियर। मुरार के तीन प्रमुख व्यवसायिक केंद्र सदर बाजार, कंपनी बाग रोड व खुला संतर में शनिवार को कोरोना कर्फ्यू के दौरान सन्नाटा पसरा था। एक सप्ताह पहले इन तीनों बाजारों में सुबह से लेकर रात तक भारी भीड़ रहती थी। लोग शारीरिक दूरी व मास्क लगना तो भूल ही गए थे। जिसके कारण शहर के हालत बिगड़े और संक्रमित मरीजों की संख्या एक हजार को भी पार कर गई। पहले हुई भूल की अब लोग भरपाई करते नजर आ रहे हैं। लोग समझ गए हैं कि कोरोना अब हमारे दरवाजे पर ही खड़ा है, केवल चूक का इंतजार कर रहा है। इसलिए ताे मुरार की सड़काें पर अब सन्नाटा पसरा रहता है। लाेग लापरवाही करने की गलती नहीं करना चाहते हैं। अब आसपास के गांवाें से भी लाेगाें का पूरी तरह से आना बंद हाे गया है। सुबह के समय जरूर लाेग आवश्यक सामान काे लेने निकल रहे हैं।

3:05 बजे: सदर बाजार मुरारः उपनगर मुरार का सदर बाजार प्रमुख व्यवसायिक केंद्र है। यहां अधिकांश दुकानें सोने-चांदी के आभूषणों व किराने की हैं। मार्केट संकरी होने के कारण दुकानें भी छोटी- छोटी हैं। इस बाजार में आसपास के आधा सैकड़ा गांवों के लोग खरीदारी करने आते हैं। सप्ताह भर पहले तक सदर बाजार में सहालग के खरीदारों की भारी भीड़ उमड़ रही थी। यहां से कोरोना संक्रमण गांवों तक पहुंचने की आशंका थी। पिछले साल भी मुरार में कोरोना ने कहर बरपाया था। उससे भी हम लोगों ने सबक लिया। शहर में कोरोना विस्फोट होने के बाद यहां के व्यापारी संभले हुए नजर आ रहे हैं। शनिवार को अधिकांश दुकानें बंद थीं और बाजार में सन्नाटा छाया था।

3:40 बजे: कंपनी बाग रोडः कंपनी बाग रोड भी मुरार का प्रमुख बाजार है। यहां कपड़ों की दुकानों के साथ फौजियों के साजो सामान की बड़ी दुकानें हैं। इस बाजार में ठेले वाले भी काफी संख्या में खड़े होते हैं। बाजार संकरा है। एक सप्ताह पहले यहां भी लोगों की काफी भीड़ नजर आती थी। व्यापारी भी कोरोना गाइडलाइन का पालन करना भूल गए थे। शनिवार को इस रोड पर दो-चार लोग ही घूमते-फिरते नजर आ रहे थे

4:10 बजे: खुला संतरः यह भी मुरार का प्रमुख व्यवसायिक क्षेत्र है। इलेक्ट्रोनिक्स, मोबाइल, रेडिमेड गारमेंट्स के अलावा अन्य सामान भी इस बाजार में मिलता है। इस बाजार में भी सहालग की लोगों ने जमकर खरीदारी की। इस बाजार में सुबह से लेकर रात तक लोगों की भीड़ रहती थी। शनिवार को यह बाजार खामोश था। सन्नाटा इस बात का आभास दिला रहा था कि यहां के व्यापारियाें के साथ लोग भी अब कोरोना संक्रमण को लेकर सचेत हो गए हैं।

सड़कों पर निकले लोग, जुर्माने से बचने गिनाए बहानेः कोरोना कर्फ्यू का पालन कराने के लिए शनिवार की सुबह नौ बजे ही पुलिस सड़कों पर उतर गई थी। पुलिस ने सबसे पहले दुकानों को बंद कराया। इंदरगंज थाना प्रभारी शैलेंद्र भार्गव को फालका बाजार में नवनीत डेयरी खुली मिली तो पुलिस ने डेयरी मालिक की गाड़ी थाने पहुंचा दी। इसके अलावा ठेलेवालों को भी भगा दिया। इस तरह का नजारा लश्कर के हर थाना क्षेत्र में था। पुलिस ने पहले पेट्रोलिंग कर दुकानें बंद कराईं। उसके बाद वाहन चेकिंग की। शाम को पुलिस ने बाड़े पर बैरीकेड्स लगाकर दौलतगंज से प्रवेश ही बंद कर दिया। दूसरी तरफ पुराने छापे खाने के पास पुलिस बैरीकेड्स लगाकर बैठ गई। कुछ लोग अब भी सड़कों पर अकारण घूमते नजर आ रहे हैं। पुलिस के रोकने पर दवाओं के पर्चे दिखाने लगते हैं। पुलिस ने आटो पकड़कर थानों पर खड़े कर दिए। कुछ लोगों के वाहन भी थाने पर खड़े कराकर घर पैदल जाने के लिए मजबूर कर दिया।