ब्रेकिंग
विधायक इंद्र साव ने किया मतदान कहा लोगो का आज भी लोकतंत्र पर है विश्वास विधायक इंद्र साव के नेतृत्व में निकली रैली में उमड़ा जन सैलाब विधानसभा चुनाव से ज्यादा की मिलेगी इस बार लीड :-इंद्र साव भाटापारा शहर पुलिस द्वारा संतमाता कर्मा वार्ड भाटापारा में घटित अंधेकत्ल के मामले का 24 घंटे के भीतर किया गया पर्दाफाश भाटापारा शहर पुलिस द्वारा आनलाईन क्रिकेट सट्टा का संचालन करने वाले 03 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार बृजमोहन अग्रवाल ने भाटापारा नगर में रोड शो कर जनता से भाजपा के लिए वोट मांगे कांग्रेस की राजनीति का उद्देश्य युवराज को लांच कर परिवार के लिए सत्ता का उपयोग करना है -मुख्यमंत्री विष्णु देव साय। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा न... बृजमोहन अग्रवाल का जन्मदिन माता देवालय वार्ड तालाब समीप में झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ ने वार्डवासियों के साथ मनाया रायपुर लोकसभा में इस बार भाजपा का तिलस्म टूटेगा,विकास उपाध्याय की होगी अच्छी जीत:- भूपेश बघेल रायपुर लोकसभा में इस बार भाजपा का तिलस्म टूटेगा,विकास उपाध्याय की होगी अच्छी जीत:- भूपेश बघेल भाटापारा विधायक इन्द्र साव ने कांग्रेस की महालक्ष्मी नारी न्याय गारंटी का शुभारंभ किया

छत्तीसगढ़ में तेज आंधी के साथ बारिश होने से कई घरों को भी नुकसान पहुंचा

बिलासपुर और सरगुजा संभाग के बड़े हिस्से में तेज आंधी के साथ बरसात हुई है। इसकी वजह से पेड़ टूटें हैं। कच्चे घरों के छप्पर उड़ गए। वहीं पेड़ गिरने से भी घरों को नुकसान पहुंचा है। कई दूसरे जिलों में भी तेज हवाएं चली हैं। गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में आंधी से नुकसान की खबर है। पेण्ड्रा से कोरबा-मनेंद्रगढ़ जाने वाली मुख्य सड़क पर अड़भार और बंधी गांव के पास कई पेड़ गिर गए। इसकी वजह से इस सड़क पर रास्ता काफी देर तक बंद हो गया था। पेड़ों के घरों पर गिर जाने भी नुकसान हुआ है। कई जगह तक कारों पर भी पेड़ और छप्पर गिर गए। इसकी वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इन इलाकों में हल्की बरसात भी हुई है

शनिवार को पेण्ड्रा का अधिकतम तापमान जगदलपुर से भी कम हो गया था। वहां अधिकतम तापमान 39.9 डिग्री सेल्सियस मापा गया है। अंबिकापुर में 41.1 और रायपुर में अधिकतम तापमान 42.6 डिग्री सेल्सियस रहा। शनिवार को सर्वाधिक 45.5 डिग्री सेल्सियस तापमान मुंगेली में दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार को एक स्थानीय सिस्टम बना हुआ था। इसमें पश्चिम मध्य प्रदेश से झारखंड तक एक पूर्व-पश्चिम द्रोणिका फैली हुई है। इसके प्रभाव से प्रदेश के एक-दो स्थानों पर हल्की बरसात हुई है।