श्रमिकों के अधिकार नए कानून से किए जा रहे समाप्त: यादव
बिलासपुर। ट्रेड यूनियन कौंसिल के अध्यक्ष पीआर यादव ने मई दिवस पर श्रमिकों से कहा है कि लाकडाउन के कारण पहली बार मई दिवस पर कोई आयोजन नहीं किया गया है। बीते वर्ष भी लाकडाउन लगा था, किंतु कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए कर्मचारी भवन में मई दिवस मनाया गया था, तब स्थिति इतनी भयावह नहीं थी।
मई दिवस पर ट्रेड यूनियन नेताओं ने अपने-अपने घरों से मई दिवस के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया, जिनकी शहादत से दुनिया के मेहनतकश मजदूरों को आठ घंटे काम का अधिकार मिला है।यह अधिकार अब कारपोरेट, पूंजीपतियों के हितैषी केंद्र सरकार के नए श्रम कानून से समाप्त किया जा रहा है।
मई दिवस पर श्रमिक नेताओं ने कोरोना महामारी एवं लाकडाउन से रोजी- रोटी से वंचित मजदूरों की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए उनके जीवन-यापन के लिए आर्थिक पैकेज देने की मांग की गई। यादव ने स्मरण करते हुए कहा कि आपातकाल में प्रतिबंध के बावजूद मई दिवस पर कामरेड वीजी खानखोजे के नेतृत्व में 10-12 सदस्यों ने सड़कों पर नारे लगाते हुए जुलूस निकाली थी।
लेकिन इस वर्ष चारों ओर हाहाकार मचा हुआ है। कोविड-19 हास्पिटल में बेड नहीं मिल रहा है। जीवन बचाने के लिए आवश्यक आक्सीजन एवं वेंटीलेटर की भारी कमी है। आक्सीजन लेवल डाउन होने पर जीवन रक्षक इंजेक्शन रेमडेसीविर का अभाव है। शहर सहित पूरे देश में अस्पतालों से लेकर श्मशान तक मातम पसरा हुआ है।
कोरोनावायरस ने हमसे कई सदस्यों को छीन लिया है । शासकीय दायित्वों का निर्वहन करते हुए कोरोना से हजारों की संख्या में कर्मचारी एवं उनके परिवार के सदस्य संक्रमित हुए हैं । ट्रेड यूनियन कौंसिल मजदूर दिवस पर देश भर में कोरोना से संक्रमित होकर दिवंगत हुए कोरोना वारियर्स कर्मचारियों, मजदूरों एवं नागरिकों के स्वजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।