रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी, तीन लोग गिरफ्तार
देवास। पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने वाले फीमेल और मेल नर्स को गिरफ्तार किया। दोनों इंजेक्शन महंगे दामों में बेचने का काम करते थे। पुलिस ने आरोपितों से तीन इंजेक्शन भी बरामद किए हैं। नर्स ने पांच दिन पहले ही एक मेडिकल संचालक को भी पांच इंजेक्शन बेचे थे। पुलिस ने मेडिकल संचालक को भी गिरफ्तार किया है। एसपी डा. शिवदयालसिंह ने सोमवार को प्रेस वार्ता कर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया।
एसपी सिंह ने बताया कि कालाबाजारी को लेकर सूचना मिली थी। इस पर सीएसपी विवेकसिंह चौहान व उप पुलिस अधीक्षक किरणकुमार शर्मा के मार्गदर्शन में कोतवाली थाना प्रभारी उमरावसिंह की टीम ने कार्रवाई की। टीम ने सोनकच्छ के ग्राम बारोली की निवासी 20 वर्षीय नर्स पूजा पुत्री देवीसिंह कलासिया (हाल मुकाम राजाराम नगर) और मेंढकीचक निवासी 20 वर्षीय अंकित पुत्र राजाराम पटेल को इंजेक्शन बेचते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
दोनों प्राइम हास्पिटल में काम करते हैं। आरोपित 27 हजार में एक इंजेक्शन बेच रहे थे। इस दौरान पुलिस ने इन्हें धरदबोचा। आरोपितों ने पांच दिन पहले फायदा मेडिकल स्टोर के संचालक रुद्र पुत्र भगवती तिवारी को भी दो इंजेक्शन बेचे थे। एक इंजेक्शन 22 हजार और दूसरा 25 हजार में बेचा था। पुलिस ने रुद्र तिवारी को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपितों से तीन रेमडेसिविर इंजेक्शन और अन्य दवाइयां बरामद की है।
पुलिस ने आरोपितों को कोर्ट में पेश किया है। जहां उन्हें रिमांड मिला है। एसपी ने बताया कि इंजेक्शन की कालाबाजारी को लेकर तीन लोगों के गिरोह का पर्दाफाश किया। जिनके पास से तीन इंजेक्शन और दवाइयां बरामद की गई है। गिरोह में अन्य लोगों के शामिल होने के भी संकेत मिले हैं। इंजेक्शन कहां से लेकर आए हैं। इसकी जांच की जा रही है। जो भी गिरोह में शामिल होगा उसे आरोपित बनाया जाएगा। दूसरे जिले से भी कालाबाजारी के तार जुड़े हैं, इसलिए एक टीम इंदौर भी भेजी है।