कावड़ लेकर पहुंचे शिव भक्तों की मंदिरों में भीड़, शिवलिंग पर चढ़ाया गंगाजल
रोहतक: शिव मंदिर में जलाभिषेक करते हुए भक्तहरियाणा का जिला रोहतक शिवरात्रि पर बम-बल भोले के जयकारों से गुंजा। यहां अनेक कांवड़ यात्री पहुंचे और शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाया। शिवरात्रि को लेकर मंदिरों को भी विशेष प्रकार से सजाया गया था। सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ी। हालांकि जलाभिषेक का सही समय शाम 6:46 बजे के बाद शिवरात्रि शुरू होने पर ही बताया गया है। सभी ने शिव पूजा व शिवलिंग पर अभिषेक करके मनोकामनाएं मांगी।शिवरात्रि को लेकर पुलिस के भी पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। जगह-जगह पुलिस की टुकड़ी लगाई गई हैं, ताकि व्यवस्था बनी रहे। यातायात स्थिति को सुचारु रूप से चलाने के लिए भी अलग से पुलिस कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। वहीं शहर में 8 जगहों पर पुलिस बल को तैनात करके नाके लगाए गए हैं। उपायुक्त ने भी कानून व्यवस्था बनाने के लिए ड्यूटी मजिस्ट़्रेट नियुक्त किए थे।शिव मंदिर में जलाभिषेक करते हुए भक्तकोरोना महामारी के कारण पिछले करीब दो सालों से कांवड़ नहीं आई। जिसके कारण इस बार कांवड़ लेकर लाने वालों में अधिक उत्साह देखने को मिला। वहीं कांवड़ यात्रियों की संख्या भी अधिक रही। जिसके चलते मंदिरों में गंगाजल चढ़ाने के लिए भी काफी संख्या में भक्त पहुंचे। इस दौरान मंदिरों में बम-बम भोले के जयकारे लगे।-पंडित अनुराग शास्त्रि ने बताया कि शिवरात्रि पर विशेष रूप से पूजा का संयोग होता है। भक्त शिवलिंग पर अभिषेक करते हैं। इस दौरान रुद्राभिषेक का महत्व होता है। उन्होंने बताया कि सुख-शांति के लिए गंगाजल से, संपत्ति प्राप्ति के लिए गाय के दूध से, संतान प्राप्ति के लिए घी से, रोग निवारण से गिलोय या कुषाह के रस से, धन प्राप्ति के लिए गन्ने के रस से, बच्चों की पढ़ाई बढ़ाने के लिए केसर से अभिषेक होता है।