ब्रेकिंग
ग्राम दामाखेड़ा आश्रम :- घटना में शामिल 16 आरोपियों की गिरफ्तारी एवं 01 किशोर बालक के विरुद्ध विधिवत कार्रवाई ग्राम दामाखेड़ा आश्रम:- घटित घटना में शामिल 16 आरोपियों की गिरफ्तारी एवं 01 किशोर बालक के विरुद्ध विधिवत कार्रवाई हटिया विधान सभा में कॉंग्रेस की जीत सुनिश्चित हो रही है-सुशील शर्मा जिला बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस द्वारा अवैध रूप से डंप किया गया भारी मात्रा में शराब का जखीरा किया गया बरामद थाना हथबंद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम केसदा मे... क्षेत्रीय विधायक इन्द्र साव ने रावणभाठा स्थित दशहरा मैदान के मुख्यमंच से नगर वासियों और क्षेत्रवासियो को विजयादशमी पर्व की बधाई दी विधायक इंद्र साव के प्रयास से भाटापारा राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ा विधायक के प्रस्ताव को केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दी स्वीकृति सुशील शर्मा को आगामी झारखंड प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनाव में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाने हटिया विधान सभा क्रमांक 64 का पर्यवेक्षक नियुक्त किया जिला बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस द्वारा रोड में खड़ी ट्रकों के पहिए चोरी करने वाले गिरोह का किया गया पर्दाफाश पुलिस द्वारा ट्रकों के पहिए व बैटरी जैक च... खड़ी ट्रैकों में हो रही लगातार चोरी से परेशान भाटापारा ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन द्वारा विरोध प्रदर्शन पद यात्रा करते हुए शहर थाने में ज्ञापन सौंपा गया भाटापारा में ब्राउन शुगर का कारोबारी गिरिफ़्तार,ड्रग्स विभाग निष्क्रिय,युवाओं का भविष्य अंधकार में ,गृह मंत्री त्यागपत्र देवे—सुशील शर्मा

कैसे करें कोचिंग सेंटर की स्थापना | Coaching Center Business in hindi

कैसे करें कोचिंग सेंटर की स्थापना | How to Start a Successful Coaching Center Business in hindi

किसी भी व्यक्ति के जीवन में शिक्षा का बहुत अधिक महत्त्व होता है. वहीं आजकल के अभिभावक इस बात पर काफी जागरूक भी नजर आते हैं कि उन्हें अपने बच्चों को एक बेहतरीन शिक्षा देकर उनका जीवन अच्छा बनाना है. जिसके चलते शहरों में बड़े-बड़े स्कूल और कोचिंग सेंटर भी खोले जा रहे हैं. इस तरह से शहर तथा गांव में कई लोग ऐसे हैं जो अपनी पढ़ाई-लिखाई समाप्त करने के बाद अध्यापन का कार्य कर रहे हैं और इस पेशे से अच्छी खासी कमाई भी कर रहे हैं.

तात्कालिक समय में रोजगार का सही जरिया मिलना काफी मुश्किल होता जा रहा है. इस वजह से भी कई लोग अध्यापन के माध्यम से अपना जीवन यापन कर रहे हैं. वहीं आज हम आपको बताएंगे की किस तरह से आप भी अपना खुद का एक कोचिंग सेंटर खोल सकते हैं.

कोचिंग सेंटर खोलने की प्रक्रिया ( Coaching Center Business Opening Process in hindi)

कोचिंग सेंटर की स्थापना के लिए कई विशेष बातों का ध्यान रखना पड़ता है, ताकि आप अधिक से अधिक छात्रों को प्रशिक्षित कर सकें. नीचे कोचिंग सेंटर स्थापित करने की प्रक्रिया से जुड़ी विशेष बातों का वर्णन किया जा रहा है-

शिक्षा व्यवस्था को समझना–

सबसे पहले आपको उस क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था को समझना जरूरी है, जिस जगह पर आप कोचिंग सेंटर खोलना चाहते हैं. आपको ये पता करना होता है कि क्षेत्र में रहने वाले विद्यार्थी किस तरह के स्कूल में पढ़ते हैं, और उन्हें किस तरह की कोचिंग की आवश्यकता है.

विषयों का चयन करना (Select Correct Subject)–

इसके बाद आपको उन विषयों का चयन करना होता है, जो आप अच्छे से पढ़ा सकें. यदि आप वो विषय पढ़ाने में सक्षम हैं, जिनकी कोचिंग आपके क्षेत्र में नहीं दी जाती हैं, तो इससे आपको काफी लाभ होगा. किन्तु पढ़ाने के लिए पूरे आत्मविश्वास के साथ ही आगे आएं.

सही स्थान का चयन करना (Select Correct Place for Coaching)–

तात्कालिक समय में बहुत अधिक कोचिंग सेंटर होने के बाद भी विद्यार्थियों को सही रूप से शिक्षा नहीं मिल पाती है. इसका कारण ये होता है कि अधिकांश शिक्षक या तो, सही ढंग से पढ़ाते नहीं हैं, अथवा सही ढंग से पढ़ाने वालों का सेंटर ऐसे स्थान पर नहीं होता, जहां पर आसानी से पहुंचना मुश्किल होता है. इस वजह से कोचिंग स्थापित करने के लिए स्थान का चयन अनिवार्य है. आपको ऐसे स्थान का चयन करना पड़ता है, जहां पर विद्यार्थी आसानी से आ सके. यदि आपका घर ऐसे स्थान पर है, तो आप आसानी से अपने घर पर कोचिंग सेंटर खोल सकते हैं. हालांकि इस बात को ध्यान में रखने की आवश्यकता होती है, कि कमरे में किसी भी तरह की डिस्टर्बेंस अर्थात टीवी, साउंड सिस्टम आदि की समस्या न हो. अन्यथा आप अलग रूम किराए पर लेकर भी कोचिंग शुरू कर सकते हैं.

बड़े रूम की आवश्यकता-

कमरा इतना बड़ा अवश्य होना चाहिए कि आपके द्वारा प्रत्येक बैच में तय किए गए विद्यार्थियों आराम से कमरे में बैठ सके. आप कमरे में इनके बैठने के लिए कुर्सी, बेंच आदि का प्रयोग कर सकते हैं. इस कमरे में मूल तौर पर सभी तरह की विशेष सुविधाएं जैसे वॉशरूम, पीने का पानी, ब्लैकबोर्ड और पंखा या एसी का होना अनिवार्य है. बेहतर सुविधाएं होने पर विद्यार्थी ख़ुद ब ख़ुद आपकी कोचिंग की तरफ आकर्षित होंगे. इनके अलावा अन्य मूलभूत आवश्यकताओं का वर्णन नीचे किया जा रहा है.

आपको अपने कोचिंग के कमरे में अपने विषय से सम्बंधित सभी प्रेरणादायक किताबों को रखने की आवश्यकता होती है. इन किताबों की मदद से आपको बच्चों को पढ़ाने में काफी मदद मिलती है.आपको अपने कोचिंग में फ़ोन आदि की व्यवस्था बेहतर रखने की आवश्यकता होती है. साथ ही कोचिंग सेंटर में कम से कम एक कंप्यूटर सिस्टम होना भी काफी जरूरी होता है.विद्यार्थियों द्वारा पूछे गये आवश्यक सवालों के जवाब अगर आपको नहीं पता हैं, तो आप कंप्यूटर के जरिए उन सवालों का जवाब दे सकते हैं. आप इन्टरनेट की मदद से अपने विद्यार्थियों की उनके विषय से सम्बंधित विशेष क्लासेज भी दे सकते है. कंप्यूटर सिस्टम के होने की वजह से आप अपने विद्यार्थियों के फीस का ब्योरा भी आसानी से रख सकते हैं.

फीस का निर्णय (Fees Decision):

आपको अपने फीस का निर्णय बहुत सरलता से करने की आवश्यकता होती है. आपकी फीस ऐसी होनी चाहिए कि लोगों को आपकी कोचिंग आवश्यकता से अधिक महंगी न लगे. आपको फीस निर्णय करते हुए विषय तथा विद्यार्थियों की कक्षा का ध्यान रखना अनिवार्य है. आप उन विषय की फीस अधिक रख सकते हैं, जो अक्सर अधिक डिमांड में होते हैं. विभिन्न तरह के साइंस, इकोनॉमिक्स, मैथ्स आदि की फीस बेहतर राशि की होती है. अतः इतिहास, भुगोल आदि विषयों की फीस कम होती है. साथ ही यह भी ध्यान में रखने वाली बात है कि यदि पढ़ाने की क्वालिटी बेहतर हो, तो आप आसानी से मनचाही राशि प्राप्त कर सकेंगे. यहां पर विभिन्न विषयों के फीस का वर्णन किया जा रहा है, जो कि कक्षा 8 से 12 के लिए सामान्यत ली जाती है. वहीं इसके अलावा आप कक्षा 8 वी से कम के सभी विषय के लिए रू 1000-1500 के करीब फीस ले सकते हैं.

संख्याविषयरू1इतिहास300-4002भूगोल300-4003साहित्य300-4004इकोनॉमिक्स400-5005अकाउं400-5006बिज़नस लॉ400-5007मैथ्स400-5008फिजिक्स600-8009प्योर मैथ्स600-80010केमिस्ट्री600-80011बायोलॉजी600-800

कोचिंग खोलने में लगने वाली लागत (Total cost to Start a Successful Coaching Center Business)

किसी कोचिंग को स्थापित करने की कुल लागत सबसे पहले इस बात पर निर्भर करता है कि आप कोचिंग कहां पर खोल रहे हैं. यदि आप अपनी कोचिंग अपने घर में खोल रहे हैं, तो आपके रूम के किराए का खर्चा बच सकता है. और आपको केवल इंटीरियर पर खर्च करने की आवश्यकता होती है.

यदि आप किसी मध्यम शहर में अपना कोचिंग खोलते हैं, तो इसके लिए आपको प्रति महीने कम से कम 2000 रूपए का किराया देना होता है. आप हालांकि रूम 6 महीने अथवा वर्ष भर के लिए लीज पर भी ले सकते हैं. इसके अलावा आपको ब्लैकबोर्ड, एसी, कंप्यूटर सिस्टम, बैठने के लिए बेंच अथवा चेयर आदि पर खर्च करने की आवश्यकता होती हुई. इस तरह से किसी कोचिंग स्थापित करने के लिए न्यूनतम 60,000- 70,000 रूपए की लागत पहली बार आती है.

कोचिंग क्लास से होने वाला लाभ (Benefits)

एक बार निवेश कर लेने के बाद आपको इसके अंतर्गत लाभ ही लाभ प्राप्त होता हैं. आपको कोचिंग क्लास में कितना लाभ होगा ये आपकी पढ़ाने के तरीके पर निर्भर करता है. क्यों कि अगर आपका पढ़ाने का तरीका अच्छा होगा तो अधिक संख्या में छात्र- छात्राएं आपके कोचिंग सेंटर पर आएंगे और आपको एक सीमा तक वाजिब फीस भी देंगे. तात्कालिक समय में कई कोचिंग सेंटर बेहतर प्रदर्शन करके एक अच्छा लाभ कमा रहे है. आप चाहें तो एक दिन में कम से कम 6 बैच आसानी से पढ़ा सकते हैं, यदि एक बैच में क़रीब 20 विद्यार्थी हों तो आम तौर पर 500 रू की फीस पर आपको 10000 रूपए एक महीने में प्राप्त होता है. अतः आप 6 बैच रोज़ाना पढ़ा कर लगभग 60,000 रूपए आसानी से कमा सकते हैं.

कैसे करें अपनी कोचिंग का प्रचार (Coaching Marketing Plan )

आप यदि बेहतर शिक्षक हैं, तो स्वयं ही आपकी कोचिंग का प्रचार स्वाभाविक रूप से हो जाएगा. किन्तु यदि आप कम समय में अधिक विद्यार्थियों को अपने कोचिंग में चाहते हैं, तो निम्नलिखित नुस्खे अपना सकते हैं.

आप अपने कोचिंग सेण्टर के नाम का प्रचार अपने लोकल समाचार पत्रों में बेहद आसानी से कर सकते हैं. ऐसा करने से आपके कोचिंग सेंटर के बारे में कई लोगों को पता लग सकेगा.समाचार में विज्ञापन देने के अलावा आप अपने कोचिंग की छोटी विडियो बनाकर लोकल केबल ऑपरेटर को दे सकते हैं. ऐसा करने से टीवी के ज़रिए आपकी कोंचिग सेंटर का प्रचार हो जाएगा.आप अपने कोचिंग के पम्पलेट विभिन्न अच्छे स्कूलों के बाहर बंटवा सकते हैं. यह एक बेहतर प्रक्रिया है, जिसकी मदद से अधिक से अधिक विद्यार्थी आपके कोचिंग सेण्टर की तरफ आकर्षित होते हैं.आप अपने कोचिंग में फ्री डेमो क्लास भी रख सकते हैं. इन फ्री डेमों क्लास के लिए विभिन्न स्कूलों के बच्चों को बुलाकर अपने कोचिंग का प्रचार बेहद सरलता से हो जाएगा.आप इस कार्य के लिए ऑनलाइन टुटोरिअल रेफरल सर्विस की भी सहायता ले सकते हैं. ऐसा करने से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक आपकी कोचिंग की जानाकारी पहुंच सकती है. इसके अलावा आप फेसबुक, ट्विटर, गूगल प्लस आदि स्थानों पर भी अपने कोचिंग का प्रचार कर सकते हैं.

कैसे करें पंजीकरण (Regration Process)

आप अपने कोचिंग सेण्टर का पंजीकरण करा सकते हैं. ऐसा करने से लोगों के बीच आपके सेंटर को लेकर विश्वसनीयता बनती है, और अधिक विद्यार्थी पढ़ने के लिए आते हैं. पंजीकृत कोचिंग सेंटरों को भारत सरकार अपनी शिक्षा सम्बन्धित योजनाओं के लिए भी प्रयोग कर सकते हैं. जिससे आपको एक बेहतर लाभ प्राप्त हो सकता है.

अन्य पढ़े: