PM मोदी के समीक्षा करने पर रामलला मंदिर के मुख्य पुजारी प्रसन्न, बोले- अब धरातल पर दिखेगा अयोध्या का विकास
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शनिवार को अयोध्या के विकास कार्य की समीक्षा करने के साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ के रामनगरी को लेकर विजन डॉक्यूमेंट देखने के फैसले पर रामलला मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने काफी प्रसन्नता व्यक्त की है। आचार्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह कदम निश्चित रूप से रामनगरी अयोध्या के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
आचार्य सत्येंद्र दास से कहा कि रामनगरी अयोध्या में काफी विकास कार्य प्रस्तावित हैं, लेकिन इससे परोक्ष रूप से पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ का जुडऩा काफी अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि यह तो सत्य है कि जब तक पीएम नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या में चल रहे विकास कार्य की स्वयं मॉनिटरिंग नहीं करेंगे, तब तक तो यहां पर विकास कार्य कागज पर ही दिखेगा। यहां पर अधिकारियों को बेहद मुस्तैद रखने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की इस तरह की समीक्षा बैठक बेहद जरूरी है
राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास बीते 28 वर्ष से अयोध्या में रामलला की पूजा कर रहे हैं। उनको 1992 में यहां पर मुख्य पुजारी नियुक्त किया गया था। अयोध्या में 1992 में विवादित ढांचा गिरने से करीब नौ महीने पहले से पुजारी के तौर पर आचार्य सत्येंद्र दास रामलला की पूजा करते रहे हैं। मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने कहा था कि भारी सुरक्षा और प्रतिबंधों के बीच लंबे समय तक नियमित रूप से रामलला की पूजा करते हुए उन्हेंं हमेशा लगता था कि यहां एक न एक दिन दिन भव्य मंदिर जरूर बनेगा। उनको पांच मार्च 1992 को विवादित स्थल के रिसीवर ने यहां पर पुजारी के तौर पर यहां नियुक्त किया था, तब से नियमित रूप से आचार्य सत्येंद्र दास रामलला की पूजा अर्चना करते आ रहे हैं।