गो सेवा के साथ बीमार व घायल पशुओं का रक्षक है नीरज
बिलासपुर। हिंदू समाज में गो सेवा का बड़ा महत्व है। पशु पक्षियों के प्रति उदारता,प्रेम और उनकी रक्षा को सर्वोपरि माना गया है। न्यायधानी के युवा और मार्मिक चेतना मंच के प्रमुख सदस्य नीरज गेमनानी ने गो सेवा व पशुओं की रक्षा करने में मिसाल कायम किया है। समाज में उनके इस कार्यों को लेकर सराहना भी की जा रही है
नीरज प्रतिदिन अपने घर से सौ रोटी लेकर न्यायधानी की सड़कों पर निकलता है।
भूखे गायों को रोटी खिलाने के बाद कुत्तों को बिस्किट खिलाने के साथ बीमार व घायलों की इलाज के लिए दौड़ पड़ता है। हाल ही में नीरज ने रात में सड़क दुर्घटनों को रोकने मवेशियों के गले में रेडियम भी बांधाने अभियान चलाया है। जिसे लेकर नगर निगम, यातायात और पुलिस विभाग ने भी सराहना किया है। गो सेवा के लिए पुलिस विभाग द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित भी किया जा चुका है।
मंगलवार दोपहर को भी नीरज ने बस स्टैंड में एक भूख से तड़पती हुई गाय के लिए रोटी और चारे की व्यवस्था किया। नीरज का कहना है कि भारतीय संस्कृति में गाय को माता का दर्जा दिया गया है। मान्यता है कि गाय के शरीर में 33 कोटि देवी देवताओं का वास है। गाय को रोटी खिलाना बहुत ही शुभ होता है। हम सभी को प्रतिदिन इसी बहाने गाय को रोटी खिलाना चाहिए।
लाकडाउन से जारी है सेवा
नीरज का यह सेवा कार्य वर्ष 2020 लाकडाउन से जारी है। विगत 16 दिनों से रोटी की संख्या 100 कर दिया गया है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी भी अहम योगदान है। सरकंडा समेत कई क्षेत्रों में 2000 से अधिक पौधरोपण किया गया है।