गांधी जी की हत्या में शामिल नारायण आप्टे की प्रतिमा ग्वालियर में हुई तैयार, जानें प्रतिमा का आगे क्या हुआ
ग्वालियर। लगातार विवादों से नाता रखने वाली अखिल भारतीय हिंदू महासभा (हिमस) ग्वालियर ने एक और कारनामा कर दिखाया है। हिंदू महसभा ने अब गांधी जी की हत्या में संलिप्त रहे नारायण आप्टे की मूर्ति का निर्माण कराया है, जिसे स्थापित करने के लिए मेरठ भी पहुंचा दिया गया है। नारायण आप्टे को गांधी जी की हत्या में संलिप्त रहने का दोषी पाते हुए फांसी की सजा दी गई थी।
हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा.जयवीर भारद्वाज ने बताया कि करीब 15 दिन पहले ही आप्टे की मूर्ति को मेरठ पहुंचा दिया गया है। आप्टे की मूर्ति तैयार करने वाले शिल्पकारों की शर्त थी, कि उनका नाम उजागर नहीं होना चाहिए। ऐसे में हम आप्टे की मूर्ति बनाने वाले का नाम सार्वजनिक नहीं करेंगे। गौरतलब है कि 7 सितंबर को इस संबंध में ग्वालियर के दौलतगंज स्थित हिंदू महासभा भवन में बैठक का आयोजन किया गया था। बैठक हिमस के जिलाध्यक्ष एवं प्रदेश प्रवक्ता हरिदास अग्रवाल की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी। जिसमें हिमस के सभी सदस्यों को नाथूराम गोडसे के साथ फांसी की सजा पाने वाले नारायण आप्टे की मूर्ति ग्वालियर के शिल्पकारों द्वारा बनाए जाने की जानकारी दी गई। जानकारी देते हुए जयवीर भारद्वाज ने कहा कि देश का विभाजन कांग्रेस की देन है। जिसके कारण दस लाख हिंदुओं का बलिदान हुआ, हजारों माता-बहनों को बेइज्जत किया गया। कांग्रेस ने देश की आजादी में हिंदू महासभा के किए कार्यों को जनता के बीच नहीं आने दिया। ऐसे में हिमस युवाओं को जागरुक करने के लिए प्रयास करती रहेगी। बैठक का संचालन लोकेश शर्मा ने किया। इस अवसर पर मोहन सिंह बघेले, किशोर माहोर, आनंद माहौर, धर्मेंद्र बरेलिया, कुलदीप दुबे, अनूप सिकरवार, राकेश भटनागर, संग्राम नायक, मनोज बरैया समेत अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद रहेे।
28 सितंबर को कार्यकर्ता सम्मेलन करेगी हिमसः नगर निगम चुनाव, हिंदू महासभा की जिला कार्यकारिणी का पुनर्गठ करने एवं हिंदू महासभा की सदस्या के लिए अभियान चलाया जाएगा। आगामी हिंदू त्याेहाराें में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी। जिसके लिए 28 सितंबर को शहीद भगत सिंह की जयंती के अवसर पर हिंदू महासभा का जिला कार्यकर्ता सम्मेलन दौलतगंज स्थित कार्यालय पर आयोजित किया जाएगा।