ब्रेकिंग
भाटापारा विधायक इन्द्र साव ने कांग्रेस की महालक्ष्मी नारी न्याय गारंटी का शुभारंभ किया थाना भाटापारा ग्रामीण पुलिस द्वारा भाटापारा क्षेत्र निवासरत एक बडे मोटरसाइकिल चोर गिरोह का किया गया पर्दाफाश मोटरसाइकिल चोर गिरोह के एक अपचारी बालक स... भाजपा सांसद सक्रिय होता तो क्षेत्र की इतनी दुर्दशा नही होती:-विकास उपाध्याय क्षेत्र की जनता ने जिस प्रकार विधानसभा में कांग्रेस को जिताया है,उसी प्रका... भाजपा सांसद सक्रिय होता तो क्षेत्र की इतनी दुर्दशा नही होती:_विकास उपाध्याय। क्षेत्र की जनता ने जिस प्रकार विधानसभा में कांग्रेस को भारी मतों से जिता... रायपुर के कांग्रेस भवन में भाटापारा विधायक इन्द्र साव का जन्मदिवस मनाया गया लोकसभा चुनाव से पहले बढ़ी कांग्रेस की मुश्किलें, महादेव एप में छत्‍तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल के खिलाफ FIR दर्ज सतगुरू कबीर संत समागम समारोह दामाखेड़ा पहुंच कर विधायक इन्द्र साव ने लिया आशीर्वाद विधायक इन्द्र साव ने विधायक मद से लाखों के सी.सी. रोड निर्माण कार्य का किया भूमिपूजन भाटापारा में बड़ी कार्यवाही 16 बदमाशों को गिरफ़्तार किया गया है, जिसमें से 04 स्थायी वारंटी, 03 गिरफ़्तारी वारंट के साथ अवैध रूप से शराब बिक्री करने व... अवैध शराब बिक्री को लेकर विधायक ने किया नेशनल हाईवे में चक्काजाम अधिकारीयो के आश्वासन पर चक्का जाम स्थगित करीबन 1 घंटा नेशनल हाईवे रहा बाधित।

12वीं के छात्र ने देश भर में स्कूल खोलने की रखी मांग, सुप्रीम कोर्ट ने वकील को लगाई फटकार

दिल्ली-  कोरोना के चलते स्कूलों पर लगाए गए प्रतिबंध को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक छात्र द्वारा याचिका दायर की गई है। जिसमें देश भर में स्कूलों को खोलने की मांग की गई है, वहीं इस केस में सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट ने मना कर दिया है। कोर्ट ने कहा है कि वह हर जगह का प्रशासन नहीं चला सकता।  हर राज्य में सरकार स्थानीय परिस्थितियों के आधार पर निर्णय ले रही है।  एक आदेश पारित कर न तो सभी राज्यों से स्कूल खोलने को कहा जा सकता है, न अभिभावकों को बाध्य किया जा सकता है कि वह अपने बच्चों को स्कूल भेजें।

दिल्ली के 12वीं के एक छात्र ने दायर की थी याचिका –
दरअसल, दिल्ली के रहने वाले कक्षा 12वीं के एक छात्र ने यह याचिका दाखिल की थी, इसमें कहा गया था कि पिछले साल से छात्रों की पढ़ाई बहुत बाधित हुई है,  स्कूल न जा पाने का असर उनके शारीरिक और मानसिक विकास पर पड़ रहा है। अब कोरोना नियंत्रण में नज़र आ रहा है, ऐसे में सुप्रीम कोर्ट केंद्र और राज्य सरकारों को निर्देश दे कि वह स्कूलों को खोलने पर जल्द निर्णय लें।

बच्चे को अपने पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए न कि इस तरह की याचिका दाखिल करनी चाहिए-
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और बी वी नागरत्ना की बेंच ने कहा कि हम यह नहीं कहते कि याचिका प्रचार के लिए दाखिल की गई है, लेकिन बेहतर हो कि आप पढ़ाई पर ध्यान दें, हर राज्य में सरकार स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार निर्णय ले रही है।  हमें नहीं पता कि किस जिले में बीमारी के फैलने का कितना अंदेशा है। यह भी नहीं पता कि शिक्षकों और कर्मचारियों का टीकाकरण पूरा हुआ या नहीं,  सरकार लोगों के प्रति अपने कर्तव्य को समझती है। उसे ही तय करने दीजिए।

कोर्ट ने यह भी कहा कि कम आयु के बच्चों को कोरोना से बचाने को लेकर हर कोई चिंतित है। दुनिया में कुछ देशों ने स्कूल और दूसरी सार्वजनिक जगहों को खोलने का निर्णय जल्दबाजी में लिया। उन्हें उसका नुकसान उठाना पड़ा।