ब्रेकिंग
बृजमोहन अग्रवाल का जन्मदिन माता देवालय वार्ड तालाब समीप में झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ ने वार्डवासियों के साथ मनाया रायपुर लोकसभा में इस बार भाजपा का तिलस्म टूटेगा,विकास उपाध्याय की होगी अच्छी जीत:- भूपेश बघेल रायपुर लोकसभा में इस बार भाजपा का तिलस्म टूटेगा,विकास उपाध्याय की होगी अच्छी जीत:- भूपेश बघेल भाटापारा विधायक इन्द्र साव ने कांग्रेस की महालक्ष्मी नारी न्याय गारंटी का शुभारंभ किया थाना भाटापारा ग्रामीण पुलिस द्वारा भाटापारा क्षेत्र निवासरत एक बडे मोटरसाइकिल चोर गिरोह का किया गया पर्दाफाश मोटरसाइकिल चोर गिरोह के एक अपचारी बालक स... भाजपा सांसद सक्रिय होता तो क्षेत्र की इतनी दुर्दशा नही होती:-विकास उपाध्याय क्षेत्र की जनता ने जिस प्रकार विधानसभा में कांग्रेस को जिताया है,उसी प्रका... भाजपा सांसद सक्रिय होता तो क्षेत्र की इतनी दुर्दशा नही होती:_विकास उपाध्याय। क्षेत्र की जनता ने जिस प्रकार विधानसभा में कांग्रेस को भारी मतों से जिता... रायपुर के कांग्रेस भवन में भाटापारा विधायक इन्द्र साव का जन्मदिवस मनाया गया लोकसभा चुनाव से पहले बढ़ी कांग्रेस की मुश्किलें, महादेव एप में छत्‍तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल के खिलाफ FIR दर्ज सतगुरू कबीर संत समागम समारोह दामाखेड़ा पहुंच कर विधायक इन्द्र साव ने लिया आशीर्वाद

सरकारी कर्मचारियों की पत्नियां शासकीय सेवा पुस्तिका में अपना नाम दर्ज कराएं – महिला आयोग

रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग ने महिलाओं को सलाह दी है कि यदि सरकारी नौकरी करने वाले कर्मचारी से विवाह किया है, तो शासकीय सेवा पुस्तिका में अपना दर्ज कराएं। शासकीय सेवक की मृत्यु के बाद उनकी पत्नियों को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है। यह सलाह आयोग की सुनवाई में दी गई। महिला आयोग में महिला उत्पीड़न से संबंधित 20 प्रकरण सुनवाई के लिए रखे गए

इनमें से पांच प्रकरणों को नस्तीबद्ध किया गया। सुनवाई में आयोग अध्यक्ष डा. किरणमयी नायक, सदस्यगण अनिता रावटे, शशिकांता राठौर, अर्चना उपाध्याय मौजूद रहीं। मामले के अनुसार मृतक सरकारी नौकरी में था और पहली पत्नी को तलाक दिए बिना दूसरी शादी की थी। शासकीय अभिलेख में पहली पत्नी का नाम दर्ज था जो महज सात साल तक थी। दूसरी पत्नी 27 साल से मृत्यु तक साथ में थी। इलाज का खर्च भी उसने वहन किया था, लेकिन समस्त शासकीय जमा राशि और पेंशन प्रथम पत्नी को मिल गया। इस मामले में दोनों पक्ष ने सहमति से निर्णय लेने के लिए समय मांगा।

एक अन्य प्रकरण में पत्नी ने पति के खिलाफ स्वयं तथा अपने तीनों बच्चे के साथ मारपीट करने की शिकायत की थी। बच्चों के भविष्य को देखते हुए महिला आयोग अध्यक्ष किरणमयी नायक ने पत्नी और बच्चों को पति के नए मकान में रखने पति को निर्देशित किया। बच्चों की पढ़ाई लिखाई का खर्च पत्नी को दो हज़ार रुपये प्रतिमाह देने पर सहमति बनी। प्रकरण को छह माह की निगरानी में रखे जाने के बाद ही निराकृत किया जाएगा।