सम्मानजनक वेतन समझौता नहीं तो भारी पड़ेगी नाराजगी
भिलाई। बीएसपी कर्मचारियों में वेतन समझौता में देरी पर कर्मियों में नातारजगी है। बीएसपी वर्कर्स यूनियन के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को बीआरएम के कर्मचारियों से मुलाकात की। इस दौरान कर्मचारियों ने दो टूक कहा कि सम्मानजनक वेतन समझौता नहीं तो प्रबंधन को भारी पड़ेगी नाराजगी।
कर्मचारियों ने कहा इस बार हमारी मांगें नहीं मानी गई, संतोष जनक वेतन समझौता नहीं किया गया, एक जनवरी 2017 से एरिएर नहीं दिया गया और सम्मानजनक पदनाम की बात नहीं हुई तो प्रबंधन कर्मचारियों की नाराजगी भुगतने तैयार रहे।
संयंत्र कर्मियों ने प्रतिनिधि मंडल से मांग रखी कि 31 मार्च मार्च को एनजेसीएस की बैठक में यदि फैसला ना हुआ तो एनजेसीएस के सदस्य वहीं अपना इस्तीफा देकर कर्मचारियों के बीच आएं। कर्मचारी किसी भी प्रकार के आंदोलन के लिए तैयार होगा। परंतु इस्तीफा दिए बिना किसी प्रकार का आंदोलन मात्र नौटंकी होगी।
जिसका कोई सार्थक अर्थ नही होगा। यूनियन प्रतिनिधि मंडल ने भी कर्मियों को आश्वस्त किया कि एनजेसीएस यूनियन नेता यदि 31 मार्च की बैठक में कोई सार्थक एवं सम्मानजनक फैसला नही हुआ तो वे भी कर्मियों के साथ हर मुकाम पर खड़े हैं। एनजेसीएस समिति से इस्तीफा देकर आने वालों का स्वागत करेंगे
कर्मचारियों ने प्रतिनिधि मंडल को अपने स्थानीय मुद्दे भी बताए। गर्मी आने के बाद बीआरएम में पीने पानी की ज्वलंत समस्या है। कैंअीन की सुविधा भी बेहतर नहीं है। कम मैनपावर होने के कारण कर्मियों को छुट्टी लेने में दिक्कत होती है। महामारी के बावजूद सैनिटाइजर नहीं किया जा रहा है।
यूनियन प्रतिनिधियों ने करोना महामारी को देखते हुए कर्मियों से काम करते हुए भी मास्क लगाने बार बार हाथ धोने एवं शारीरिक दूरियों को अपनाने के लिए भी प्रेरित किया।
प्रतिनिधि मंडल में उप महासचिव शिवबहादुर सिंह, दिल्लेश्व राव,वरिष्ठ उपाध्यक्ष नोहर सिंह गजेंद्र, चंद्र शेखर जनबंधु,वरिष्ठ सचिव प्रदीप सिंह,कन्हैया कुमार अहीर, सचिव लुमेश कुमार, कार्य करणी सदस्य शरद यादव, तारीक अजीम, रूपेंद्र नाथ,अशोक साहू आदि शामिल थे।