बिलासपुर में आठ घंटे में 21 हजार 903 को लगा टीका, देना पड़ा टोकन
बिलासपुर। शुक्रवार को जिला प्रशासन ने अपनी पूरी ताकत टीकाकरण कार्यक्रम में झोंक दी। इसका परिणाम यह निकला कि जिले में पहली बार 21 हजार 903 को 160 केंद्रों के माध्यम से टीका लगाया गया है। इसमें 45 से 59 साल के आयु वर्ग के 14 हजार 128 के साथ 7622 बुजुर्गों को टीका लगा है।
कलेक्टर सारांश मित्तर ने टीकाकरण बढ़ाने के लिए सभी विभागों को जिम्मेदारी तय कर दी है। साथ ही जिले में हो रहे कम टीकाकरण को देखते हुए जिम्मेदार अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए एक दिन में 22000 को कोरोना टीका लगाने का लक्ष्य दिया। वहीं इसी के बाद शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग के साथ ही अन्य विभाग भी टीकाकरण का लक्ष्य पाने जुट गए और आला अफसर भी केंद्रों में नजर आते रहे और खुद टीकाकरण की कमान संभाली।
साथ ही पूरे जिले में वैक्सीन के लिए फैली भ्रांतियों को दूर करते हुए लोगों को टीका लगाने के लिए प्रेरित किया गया। इसका नतीजा यह निकला कि महज आठ घंटे में कुल 21 हजार 903 को टीका लगाया गया। इसमें सबसे ज्यादा 45 से 59 साल के 14 हजार 128 को टीका लगा है। 7622 बुजुर्गों को टीका लगा। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत 36 कर्मचारियों के साथ अन्य सरकारी विभागों 117 ने टीका लगवाया है।
आज भी 22 हजार का लक्ष्य
कोरोना वैक्सीनेशन के आंकड़े से अधिकारी संतुष्ट नजर आए हंै। इसे देखते हुए कलेक्टर सरांश मित्तर ने शनिवार को भी 22 हजार वैक्सीनेशन का लक्ष्य दिया है। साथ ही कहा कि हर पहुंचने वाले को तमाम सुविधाएं दी जाएं, जिससे किसी तरह की परेशानियों का सामना न करने पड़े।
टोकन सिस्टम शुरू
शुक्रवार को आवश्यकता से ज्यादा भीड़ टीकाकरण केंद्रों में उमड़ गई थी। तय समय पर सभी का टीका लगाना मुमकिन नहीं हो पा रहा था। ऐसे में दोपहर बाद पहुंचने वालों को कई केंद्र में टोकन का वितरण किया गया है जिन्हें शनिवार की सुबह बुलाया गया, जिनके पहुंचते ही उन्हें प्राथमिकता के तहत टीका लगाया जाएगा।
संयम रखने की अपील
भीड़ बढ़ने की वजह से स्वास्थ्य विभाग ने टीका लगवाने पहुंचने वालों से संयम बरतने की अपील की है, क्योंकि टीका लगवाने में कुछ समय अतिरिक्त रूप से लग सकता है। ऐसे में लोगों से कहा गया है कि इस अभियान को पूरा करने में अपना सहयोग दें, इसी के माध्यम से महामारी को दूर किया जा सकेगा।