लाक हुआ अंबिकापुर, सड़कों पर पसरा सन्नाटा
अंबिकापुर। कोरोना संक्रमण की रफ्तार रोकने और उसका चेन तोड़ने के लिए सरगुजा और सूरजपुर जिले में मंगलवार सुबह छह बजे से संपूर्ण लाकडाउन शुरू हो गया है। संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में सुबह 6.30 बजे से आठ बजे तक दुग्ध वितरण के लिए छूट मिलने के कारण डेढ़ घंटे तक शहर में थोड़ी आवाजाही बनी रही लेकिन आठ बजने के बाद शहर में सन्नाटा पसर गया।
आज से अगले 10 दिनों तक जिले में आवाजाही पूरी तरह बंद रहेगी। जरूरी सेवाओं के लिए प्रशासन ने अलग-अलग अधिकारियों की टीम तैयार की है। सरगुजा जिले में पिछले कुछ दिनों से तेजी से कोरोना के संक्रमित बढ़ रहे थे। मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ने से आखिरकार जिला प्रशासन ने 13 अप्रैल से 23 अप्रैल तक सरगुजा जिले में संपूर्ण लॉक डाउन करने की घोषणा कर दी।
इसके साथ ही सूरजपुर जिले में भी 10 दिनों का लाकडाउन 13 अप्रैल से शुरू हो गया है। बलरामपुर जिले में बुधवार से लाक डाउन शुरू होगा। पहले दिन अंबिकापुर में सुबह डेढ़ घंटे के लिए दूध वितरण का समय निर्धारित करने के कारण थोड़ी बहुत आवाजाही बनी रही लेकिन निर्धारित समय के बाद सड़कों में सन्नाटा पसर गया। प्रमुख चौक—चौराहों में पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं।
अधिकारियों की टीम भी शहर में निगरानी कर रही है। लोगों के लिए जरूरी सेवाएं मुहैया कराने के लिए कलेक्टर संजीव झा ने अलग-अलग अधिकारियों की ड्यूटी लगाते हुए उनके फोन नंबर भी सार्वजनिक किए हैं ताकि लोगों को 10 दिनों के अंदर होने वाली परेशानी से राहत मिल सके।
आज से नवरात्रि भी शुरू हो गई है। पहले दिन मंदिरों में पूजा अर्चना पुजारियों के द्वारा की गई लेकिन श्रद्धालु मंदिर तक नहीं पहुंचे। लाकडाउन के कारण श्रद्धालुओं को मंदिरों में प्रवेश वर्जित कर दिया गया है और उन्हें घरों में ही मां की आराधना करने का आग्रह किया गया है।