ब्रेकिंग
विधायक इंद्र साव के नेतृत्व में निकली रैली में उमड़ा जन सैलाब विधानसभा चुनाव से ज्यादा की मिलेगी इस बार लीड :-इंद्र साव भाटापारा शहर पुलिस द्वारा संतमाता कर्मा वार्ड भाटापारा में घटित अंधेकत्ल के मामले का 24 घंटे के भीतर किया गया पर्दाफाश भाटापारा शहर पुलिस द्वारा आनलाईन क्रिकेट सट्टा का संचालन करने वाले 03 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार बृजमोहन अग्रवाल ने भाटापारा नगर में रोड शो कर जनता से भाजपा के लिए वोट मांगे कांग्रेस की राजनीति का उद्देश्य युवराज को लांच कर परिवार के लिए सत्ता का उपयोग करना है -मुख्यमंत्री विष्णु देव साय। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा न... बृजमोहन अग्रवाल का जन्मदिन माता देवालय वार्ड तालाब समीप में झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ ने वार्डवासियों के साथ मनाया रायपुर लोकसभा में इस बार भाजपा का तिलस्म टूटेगा,विकास उपाध्याय की होगी अच्छी जीत:- भूपेश बघेल रायपुर लोकसभा में इस बार भाजपा का तिलस्म टूटेगा,विकास उपाध्याय की होगी अच्छी जीत:- भूपेश बघेल भाटापारा विधायक इन्द्र साव ने कांग्रेस की महालक्ष्मी नारी न्याय गारंटी का शुभारंभ किया थाना भाटापारा ग्रामीण पुलिस द्वारा भाटापारा क्षेत्र निवासरत एक बडे मोटरसाइकिल चोर गिरोह का किया गया पर्दाफाश मोटरसाइकिल चोर गिरोह के एक अपचारी बालक स...

तूफान असानी के बीच समुद्र में बहते मिला सोने का रथ

समुद्री तूफान असानी के बीच आंध्र प्रदेश में श्रीकाकुलम के सुन्नापल्ली सी हार्बर में एक सोने के रंग का रथ पाया गया है। बताया जा रहा है कि मंगलवार शाम को यहां सोने के रंग की परत चढ़ा एक खूबसूरत रथ बहते हुए आ गया। यह रथ म्यांमार, मलेशिया या थाईलैंड से बहकर यहां पहुंचने की बात कही जा रही है। हालांकि संताबोम्मली के तहसीलदार जे चलमैय्या ने कहा कि यह किसी दूसरे देश से नहीं आया होगा। उन्होंने कहा कि रथ का इस्तेमाल भारतीय तट पर कहीं किसी फिल्म की शूटिंग के लिए किया गया होगा। लेकिन उच्च ज्वार की गतिविधि ने इसे श्रीकाकुलम तट पर ले आई। वहीं नौपाड़ा के एसआई ने कहा कि हो सकता है कि यह किसी दूसरे देश से आया हो. हमने इंटेलिजेंस और उच्च अधिकारियों को सूचित कर दिया है।समुद्र में बहते रथ को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने उसे रस्सियों से बांधकर किनारे तक पहुंचाया। रथ का आकार दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के एक मठ जैसा है। रथ के चक्रवात असानी के प्रभाव से भटकर यहां पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। चूंकि कम दबाव का क्षेत्र सबसे पहले दक्षिण अंडमान सागर पर बना था, इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि ये रथ म्यांमार, थाईलैंड, मलेशिया या इंडोनेशिया जैसे अंडमान सागर के करीबी किसी देश का हो सकता है।