पीपीई कीट में पैक कर ले गया श्मशान घाट, कोरोना से मृत बता जलाया,पति गिरफ्तार
इंदौर। 29 वर्षीय वर्षा यादव की मौत के मामले में कनाड़िया थाना पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी हाथ लगी है। वर्षा निजी अस्पताल में नर्स की नौकरी करती थी और उसे पति प्रवीण ने मारा था। पड़ोसियों, रिश्तेदारों को शक न हो इसलिए पीपीई कीट में लपेट श्मशान घाट ले गया और अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस ने प्रवीण को गिरफ्तार कर श्मशान से अस्थियां जब्त कर ली हैं।
एसआइ बलवीरसिंह रघुवंशी के मुताबिक मूलत: शुजालपुर की रहने वाली वर्षा ने प्रवीण से प्रेम विवाह किया था। उसकी मां मंजुला स्वराष्टी ने पुलिस को बताया कि प्रवीण उस पर शंका करता था और मारपीट करता रहता था। गुरुवार को वर्षा की सहेली ने बताया कि उसकी मौत हो गई और अंतिम संस्कार भी कर दिया। प्रवीण से पूछा तो कहा उसे कोरोना हो गया था और अचानक मौत हो गई। मंजुला ने थाने में शिकायत कर दी और कहा उसकी हत्या हुई है। शक के आधार पर प्रवीण को हिरासत में लिया तो कहा दोनों में कहासुनी हुई थी। गुस्से में उसने घूंसा मार दिया और मौत हो गई। पुलिस ने पड़ोसियों के बयान लिए तो कहा सुबह करीब छह बजे पता चला था। जब घर पहुंचे तो वर्षा का शव पीपीई कीट में लपेटा हुआ था। फेस शील्ड भी लगी हुई थी। वह रोने का नाटक करता रहा और बिचौली मर्दाना श्मशान घाट ले गया और पीपीई कीट सहित जला दिया। क्योंकि उसके गले में चोट के निशान थे।
दरी पर मरना बताया, घर साफ सुथरा मिला
एसआइ के मुताबिक पुलिस घर पहुंची तो हाल में बिछी दरी बताते हुए कहा वर्षा ने इसी दरी पर दम तोड़ा है जबकि उस दरी पर सल तक नहीं थे। अगर कोई व्यक्ति दरी पर दम तोड़ता तो वह तड़फता और दरी पर सल पड़ते। घर पूरा साफ-सुथरा था। प्रवीण कुछ देर पहले ही नहाया था और कपड़े सूख रहे थे। इन सब से भी उसकी पोल खुल गई।