एक ही दिन घर से उठी, पिता की अर्थी और बेटी की डोली
शिवपुरी। नगर परिषद बैराड़ के वार्ड नंबर तीन में रहने वाली ग्राम पंचायत बैराड की पूर्व सरपंच आशा शर्मा के परिवार पर बेरहम कोरोना कहर बनकर टूटा। जिस घर में शादी की शहनाई बजना थी, वहां आज मातम छा गया। घर पर बेटी सुंदरी की शादी वाले दिन ही पिता अशोक शर्मा मंडी नाकेदार की मौत कोरोना से हो गई। खुशी वाले घर में मातम का माहौल छा गया
मंडी कर्मचारी अशोक शर्मा के घर में बीते राेज उनकी बेटी की शादी हाेना थी। कोरोना कर्फ्यू के कारण शासन की गाइडलाइन के अंतर्गत शादी की तैयारियां चल रही थी। इसी दाैरान अचानक घर के मुखिया अशाेक शर्मा की 20 अप्रैल को तबीयत गड़बड़ा गई। उनकाे जिला चिकित्सालय भर्ती कराया गया। जहां जांच में वह काेराेना संक्रमित पाए गए। संक्रमण से जूझ रहे अशाेक शर्मा अपनी बच्ची के शादी वाले दिन ही कोरोना से लड़ते हुए जिंदगी की जंग हार गए और शादी की खुशियां थोड़ी ही देर में मातम में बदल गई हैं। स्वजनों ने बेटी को पिता की मौत के बारे में नहीं बताया। पहले शादी बैराड़ से होना थी, लेकिन बदले हुए हालातों में लड़की पक्ष शिवपुरी आया और वर पक्ष के घर विवाह की रस्मे निभाई गईं। रस्मों के दौरान किसी ने भी दुल्हन को यह महसूस नहीं होने दिया की उसके पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं। सभी घरवाले अपने दर्द को दिल में दबाए होठाें पर झूठी मुस्कान लिए रहे। इधर बेटी की डोली उठ रही थी और उधर पिता का कोविड गाइडलाइन के हिसाब से अंतिम संस्कार किया गया।