मेडिकल संचालक से लेखा-जोखा मांगकर नारकोटिक्स केस में फंसाने की दी थी धमकी, 8 हजार रूपए एडवांस लिए, 22 हजार पकडे़ गए
उदयपुर: उदयपुर एसीबी ने दवाइयों की दुकान पर आकर लेखा-जोखा मांगने और नारकोटिक्स का केस दर्ज करने की धमकी देकर औषधि नियंत्रक, सहायक औषधि नियंत्रक एवं उनके दलाल को गिरफ्तार किया है। 22 हजार रूपये की रिश्वत लेते तीनों पकड़े गए।एसीबी डीजी बीएल सोनी ने बताया कि एसीबी की उदयपुर यूनिट को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसकी मेडिकल की दुकान पर आकर दवाईयों का लेखा-जोखा मांगकर नारकोटिक्स का केस दर्ज करने की धमकी दी जा रही है। सहायक औषधि नियंत्रक चेतन्य प्रकाश पंवार और औषधि नियंत्रक अधिकारी धीरज शर्मा द्वारा एक लाख रूपए रिश्वत मांगते हुए परेशान किया जा रहा।शिकायत पर डीआईजी आरपी गोयल और एसपी डॉ. राजीव पचार के निर्देशन में उदयपुर यूनिट के एएसपी उमेश ओझा के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन हुआ। सत्यापन के दौरान आरोपियों ने 8 हजार रूपए ले लिए। सत्यापन होने पर सीआई हरीशचन्द्र सिंह एवं उनकी टीम द्वारा ट्रेप कार्रवाई की गई। सहायक औषधि नियंत्रक चेतन्य प्रकाश पंवार और औषधी नियंत्रक अधिकारी धीरज शर्मा के कहने पर रिश्वत की राशि लेने के लिये दलाल अंकित जैन को मेडिकल शॉप ब्रिटिश फार्मा मधुवन उदयपुर पर रखवाने पर उसे 22 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा।आरोपी सहायक औषधि नियंत्रक अधिकारी बड़ी चेतन्य प्रकाश पंवार एवं औषधी नियंत्रक अधिकारी धीरज शर्मा को भी गिरफ्तार किया गया। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। टीम द्वारा आरोपियों के मकान व ठिकानों की सर्च तलाशी की गई।