लेने के लिए जाना पड़ेगा नर्सरी, जिले में दस नर्सनी में तैयार हो रहे है पौधे, जिले में 3 लाख 82 हजार पौधे किए जाएंगे
झुंझुनूं: इस बार घर-घर नहीं बटेंगे पौधेइस बार घर घर पहुंच कर पौधों का वितरण नहीं किया जाएगा। वन विभाग की नर्सरी पहुंचकर ही पौधे प्राप्त किए जा सकते हैं। हालांकि सरकार औषधीय पौध निशुल्क ही दे रही है। कोरोना काल में औषधीय पौधों के महत्व को देखते हुए सरकार ने घर-घर पौधे वितरित किए थे। इस बार घर-घर पौधे वितरित करने की योजना बंद कर दी गई है। अब अगर किसी को पौधे लेने हैं, तो उन्हें वन विभाग की नर्सरी में ही जाना होगा। अभी तक वन विभाग ने पौधे वितरित करना प्रारंभ नहीं किया है। वन विभाग ने गत वर्ष तुलसी, गिलोय तथा अन्य औषधीय पौधे मोहल्लों में जाकर वितरित किए थे। इसे लेकर लोगों में भी उत्साह था, लेकिन अब कोरोना की रफ्तार धीमी होने के कारण वन विभाग ने मोहल्लों में जाकर पौधे बांटने की योजना बंद कर दी है।3 लाख 82 हजार पौधे तैयारवन विभाग पौधे वितरण करने की पूरी तैयारी कर ली है। डीएफओ आरके हुड्डा ने बताया कि जिले में दस नर्सरी में पौधे तैयार करवाए जा रहे हैं। दस जगहों पर करीब 3 लाख 82 हजार पौधे तैयार किए गए हैं। इनमें सभी प्रकार के पौधे तैयार किए गए हैं। औषधीय पौधे भी शामिल है। कोरोना काल के दौरान लोगों को औषधीय पौधे ही वितरित किए जा रहे थे। इस बार साथ में फलदार और छायादार पौधे भी वितरित किए जाएंगे। लेकिन इस बार अपनी पसंद के किसी प्रकार के आठ पौधे ले सकेंगे। जिले में झुंझुनूं, उदयपुरवाटी, चिड़ावा, सूरजगढ़, खेतड़ी, मलसीसर आदि नर्सरी में पौध तैयार किए जा रहे हैं।अपनी पसंद के पौधे ले जा सकेंगेवन विभाग ने अब यह छूट दे दी है कि कोई भी व्यक्ति अपनी पसंद के आठ पौधे ले जा सकते हैं। जबकि पूर्व में हर प्रजाति के दो- दो पौधे दिए जाते थे। इसमें तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा आदि पौधे शामिल थे।इस बार नर्सरी आना होगाइस बार औषधीय पौधे लेने के लिए लोगों को विभाग की नर्सरी आना होगा। करीब एक सप्ताह के भीतर पौधे वितरित करने का काम शुरू किया जाएगा। डीएफओ आरके हुड्डा ने बताया कि पौधे वितरण की पूरी तैयारियां कर ली गई है। जल्द पौधों का वितरण शुरू कर दिया जाएगा। खास तौर से सरकार कार्यालयों में, सरकारी स्कूलों में पौधरोपण किया जाएगा।