ब्रेकिंग
भाटापारा नगर ब्राह्मण समाज के युवाओं द्वारा, भाटापारा ब्राह्मण युवा शाखा का गठन किया गया, अभिषेक उपाध्याय को सर्व सम्मती से अध्यक्ष मनोनीत किया गया ब्राह्मण समाज के युवाओं द्वारा, भाटापारा ब्राह्मण युवा शाखा का गठन किया गया विधायक इंद्र साव ने किया मतदान कहा लोगो का आज भी लोकतंत्र पर है विश्वास विधायक इंद्र साव के नेतृत्व में निकली रैली में उमड़ा जन सैलाब विधानसभा चुनाव से ज्यादा की मिलेगी इस बार लीड :-इंद्र साव भाटापारा शहर पुलिस द्वारा संतमाता कर्मा वार्ड भाटापारा में घटित अंधेकत्ल के मामले का 24 घंटे के भीतर किया गया पर्दाफाश भाटापारा शहर पुलिस द्वारा आनलाईन क्रिकेट सट्टा का संचालन करने वाले 03 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार बृजमोहन अग्रवाल ने भाटापारा नगर में रोड शो कर जनता से भाजपा के लिए वोट मांगे कांग्रेस की राजनीति का उद्देश्य युवराज को लांच कर परिवार के लिए सत्ता का उपयोग करना है -मुख्यमंत्री विष्णु देव साय। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा न... बृजमोहन अग्रवाल का जन्मदिन माता देवालय वार्ड तालाब समीप में झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ ने वार्डवासियों के साथ मनाया रायपुर लोकसभा में इस बार भाजपा का तिलस्म टूटेगा,विकास उपाध्याय की होगी अच्छी जीत:- भूपेश बघेल

दुर्गाष्टमी पर इन चीजों का इस्तेमाल कहीं बना न दे आपके जीवन को बुरी तरह बदहाल

हिंदू धर्म में मासिक दुर्गा अष्टमी का विशेष महत्व है नवरात्रि के महीने में पड़ने वाली अष्टमी को महाष्टमी कहा जाता है.वहीं हर महीने शुक्ल पक्ष को पड़ने वाली अष्टमी को मासिक दुर्गा अष्टमी कहा जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार श्रावण मास की दुर्गा अष्टमी 5 अगस्त को पड़ेगी. श्रावण मास में पड़ने की वजह से यहां दुर्गा अष्टमी सबसे खास होती है. इस दिन मां दुर्गा की विधि विधान से पूजा की जाती है. मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखा जाता है. मान्यता है कि इस दिन मां दुर्गा की विधि विधान से पूजा करने पर हर मनोकामना की पूर्ति होती है. इस दिन भक्त दिव्य आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए व्रत भी रखते हैं. इस दिन व्रत व पूजा करने से मां जगदंबा का आशीर्वाद प्राप्त होता है. दुर्गा अष्टमी व्रत करने से घर में खुशहाली सुख समृद्धि आती हैं.

पूजा में न करें इन चीजों का इस्तेमाल
जहां ज्योतिष शास्त्र में मां दुर्गा को प्रसन्न रखने ने कई उपाय बताए गए हैं वहीं पूजा में कुछ चीजों के इस्तेमाल की भी मनाही है. दुर्गा अष्टमी की पूजा में ज्योतिष अनुसार आंवला, आक का फूल, मदार, तुलसी के पत्ते तथा दुर्वा का इस्तेमाल करना शुभ नहीं माना जाता.

दुर्गाष्टमी की कथा
शास्त्रों के अनुसार कहा जाता है कि सदियों पहले पृथ्वी पर दानव व असुर शक्तिशाली हो गए थे स्वर्ग की ओर चढ़ाई करने लगे थे. उन्होंने अपनी शक्ति से कई देवताओं को मार डाला स्वर्ग पर तबाही मचा दी. कहा जाता है कि इन असुरों में सबसे शक्तिशाली असुर का नाम महिषासुर था. महिषासुर का अंत करने के लिए शिवजी, भगवान विष्णु ब्रह्मा देव ने शक्ति स्वरूप देवी दुर्गा को बनाया. इन सभी देवताओं ने मां दुर्गा को अपने विशेष हथियार प्रदान किए.