प्रबंधन ने स्कूल से निकाला, शिक्षक ने फर्जी प्रमाणपत्र पर लिपिक के नौकरी की शिकायत की थी
गोंडा: विद्यालय से निकाले गए पूर्व सहायक अध्यापक अरुण कुमार सिंह।गोंडा के जनता लघु माध्यमिक विद्यालय सर्वांगपुर कटरा बाजार में तैनात एक सहायक अध्यापक को इसलिए निकाल दिया गया कि उसने फर्जी प्रमाणपत्र पर नौकरी कर रहे लिपिक की शिकायत की थी। नौकरी से निकाल गए सहायक अध्यापक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि लिपिक रमाशंकर सिंह कूटरचित और फर्जी तरीके से नियुक्ति को लेकर विनियमितीकरण का आदेश लगाकर 38 साल से नौकरी कर रहे हैं। जब इसकी उन्होंने डीएम से लेकर मुख्यमंत्री तक शिकायत की तो विद्यालय से निकाल दिया गया।शिकायत के बाद लिपिक रमाशंकर सिंह के द्वारा पत्रावली नहीं उपलब्ध कराने के कारण उनका वेतन रोका गया था। बीएसए और एडी बेसिक ने लिपिक रमाशंकर सिंह का वेतन रोकने का आदेश दिया था, लेकिन उसका पालन विभाग ने नहीं किया और अभी तक वेतन नहीं रोका और न ही कोई कार्रवाई की गई।पीआईएल दाखिल होने से नाराज विद्यालय प्रबंधन ने शिक्षक को निकाला1 अप्रैल 1984 को रमाशंकर सिंह की नियुक्ति को लेकर नियुक्ति पत्र जारी किया गया था। जबकि उसी साल रमाशंकर सिंह ने इंटरमीडिएट की परीक्षा का पेपर दिया और रिजल्ट भी नहीं आया था। बिना शैक्षिक योग्यता के ही लिपिक के पद पर उनकी नियुक्ति कर दी गई। फर्जी नियुक्ति को लेकर 2015 में एक पीआईएल दाखिल की गई थी। पीआईएल दाखिल होने से नाराज विद्यालय प्रबंधन ने विद्यालय में तैनात रहे सहायक अध्यापक अरुण कुमार सिंह का पहले तो वेतन रोका। उसके बाद इन्हें विद्यालय से निकाल दिया गया था। विद्यालय से निकाले जाने के बाद उन्होंने एडी बेसिक, डीएम सहित मुख्यमंत्री तक पूरे मामले की शिकायत की थी।लिपिक पर नियुक्तियों की पत्रावली गायब करने का आरोपसहायक अध्यापक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि 2015 में एक पीआईएल हुई थी। जिसके बाद हमको नौकरी से निकाल दिया गया। पूर्व प्रबंधक हबीबुलरहमान के समय जितनी भी नियुक्तियां विद्यालय में हुई थी। उसकी पत्रावली पूर्व प्रबंधक और लिपिक रमाशंकर सिंह ने गायब कर दी।जनता लघु माध्यमिक विद्यालय सर्वांगपुर कटरा बाजार।बीएसए बोले- कोर्ट में चल रहा है मामलाजिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया कि लिपिक रमाशंकर सिंह की नियुक्ति को लेकर शिकायत मेरे पास आई थी, लेकिन यह मामला कोर्ट में चल रहा है। कोर्ट की तरफ से जो भी कागज मांगा जाएगा कोर्ट को उपलब्ध कराया जाएगा। कोर्ट से कोई आदेश मुझे मिला तो कार्रवाई की जाएगी। सहायक अध्यापक अरुण कुमार सिंह को विद्यालय से निकालने के मामले में जांच कराकर विधिक कार्रवाई की जाएगी।