शहर में भीतर भी बांग्लादेशी घुसपैठियों की भरमार
जबलपुर। देश के साथ जबलपुर में भी बांग्लादेशी घुसपैठिए आ गए हैं। बांग्लादेशी सड़कों के किनारे परिवार के साथ रह रहे हैंं। सुरक्षा से जुड़े कई बड़े संस्थान शहर में है इसलिए उनकी मौजूदगी चिंता का विषय है ये बात हिंदू धर्म सेना के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व वरिष्ठ प्रचारक व अखिल भारतीय भारत रक्षा मंच के संस्थापक, संगठन मंत्री सूर्यकांत केलकर से बताईं।
वे जबलपुर प्रवास के दौरान हिन्दू धर्मसेना के पदाधिकारियों से मिले। इस दौरान पदाधिकारियों ने इस मामले में पत्र भी गृहमंत्री अमित शाह के नाम सौंपा। हिंदू धर्म सेना के योगेश अग्रवाल ने बताया कि सूर्यकांत केलकर ने तत्कालीन केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से चर्चा कर भारत मे बढ़ रही मुस्लिम घुसपैठियों की संख्या की ओर ध्यान आकर्षित करवाया था।
इनकी पहचान केलिए एनआरसी व सीएए का कानून लागू करने का सुझाव दिया था। उन्ही के सुझाव पर सबसे पहले बांग्लादेश की बॉर्डर आसाम में एनआरसी व सीएए का कानून लागू किया गया। जिससे लगभग 20 लाख लोग लोग चिन्हित हुए जिनकी कोई भी पहचान नही थी। धर्मसेना के पदाधिकारियों ने उनसे चर्चा कर बताया कि जबलपुर में रक्षा संस्थान है। इसलिए घुसपैठियों के यहां संदिग्ध रूप से घूमना देश की सुरक्षा के लिए चिंताजनक हो सकता है।
उन्होंने पूरे मामले को लेकर सूचना कई बार पुलिस प्रशासन को दी गई लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस अवसर पर धर्मसेना के अध्यक्ष योगेश अग्रवाल, अरविंद बाबा, भागचंद पटेल, नीरज राजपूत, अविनास सुखदान, चिराग साहनी प्रमोद कोरी, लक्की राजपूत, अरुण बेन, विक्की वाल्मीकि उपस्थित रहे।