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जेपी वर्मा कालेज में एनसीसी यूनिट को बचाने पसीना बहा रहे कैडेट्स

बिलासपुर।  छत्तीसगढ़ सातवीं बटालियन की ओर से शासकीय जेपी वर्मा पीजी कालेज में एनसीसी की यूनिट बंद करने का प्रस्ताव दिया है। इसके बाद कैडेट्स अपनी यूनिट को बचाने खूब पसीना बहा रहे हैं। शनिवार को कैडेट्स पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव से मिलकर मामले में हस्तक्षेप कर बचाने गुहार लगाया। इसके पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल के पास पहुंचे थे।

शासकीय जेपी वर्मा पीजी कालेज की प्राचार्य डा.ज्योतिरानी सिंह ने उच्च शिक्षा विभाग के अपर संचालक के नाम चिठ्ठी लिखकर प्रशिक्षक नियुक्त करने की मांग भी किया। लेकिन अभी तक सरकार द्वारा कोई पत्राचार नहीं किया गया है। जिसे लेकर कैड्ेटस यूनिट को बंद होने से बचाने ऐंडी चोटी का जोर लगा रहे हैं। प्रशासन से लेकर शासन तक अपनी बात पहुंचा रहे हैं। कैड्ेटस ने बताया कि एनसीसी बटालियन ने 22 अगस्त तक नियमानुसार मापदंडों के मुताबिक प्रशिक्षक नियुक्त करने का समय दिया है।

लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया जा सका है। जो कि दुर्भाग्य है। एनसीसी यूनिट की स्थापना वर्ष 1956 में हुई थी। इस दौरान 100 छात्रों से इसकी शुरुआत हुई। हर साल बड़ी संख्या में कैडेट्स इसमें शामिल होते थे। अब चूंकि प्रवेश बंद होने से कैडेट्स में भारी निराशा भी है। प्रशिक्षक के तौर पर यहां कोई भी शिक्षक जिम्मेदारी उठाने को तैयार नहीं है

स्थानांतरण के मामले में भी स्थिति ठीक नहीं है। एनसीसी नियम के मुताबिक 42 वर्ष से कम उम्र के शिक्षक ही प्रशिक्षण दे सकते हैं। विडंबना है कि कालेज में तीन शिक्षकों को छोड़कर सभी की आयु 50 वर्ष पार हो चुकी है। यही कारण है कि इस यूनिट को बचाने हर संभव प्रयास जारी है।