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Breaking News – AICC ने किसी भी विधायक को दिल्ली नहीं बुलाया है- छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया तो फिर किसके कहने से दो दर्जन विधायक दिल्ली के लिए उड़े ढाई ढाई साल के फार्मूले पर अमल होने की चर्चा से उड़ी मुख्यमंत्री समर्थकों की नींद

भाटापारा। किसी भी विधायक को AICC ने दिल्ली नहीं बुलाया है, पीएल पुनिया छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी ने यह बात स्पष्ट रूप से कही है कि दिल्ली हाईकमान, शीर्ष नेतृत्व ने किसी भी विधायक को दिल्ली नहीं बुलाया है, तो फिर छत्तीसगढ़ से दो दर्जन विधायक दिल्ली के लिए किसके कहने पर रवाना हुए हैं। एक तरफ दोनों ही नेता या कहते हैं कि जो हाईकमान तय करेगा उसे हम मानेंगे और मुख्यमंत्री तो यहां तक कहते हैं कि मुझे जब इस्तीफा देने बोलेंगे तब मैं इस्तीफा दे दूंगा, फिर बिना दिल्ली के बुलावे के दो दर्जन विधायकों को दिल्ली भेजने क्या मतलब है।

छत्तीसगढ़ सरकार के दो शक्ति केंद्रों के बीच सत्ता संग्राम का अंत होता नहीं दिख रहा है। दो दिन के दिल्ली प्रवास से लौटे मुख्यमंत्री समर्थकों ने बुधवार को हवाई अड्‌डे पर शक्ति प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आलाकमान ने उन्हें मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी दी है, अगर वे कहें तो यह पद त्याग दूंगा। इसमें कोई संशय नहीं है। उधर दिल्ली में जमे स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी फैसला आलाकमान पर ही छोड़ दिया है।

पार्टी सूत्रों के मुताबिक सिंहदेव ने इस बार केंद्रीय नेतृत्व के सामने स्पष्ट कर दिया है कि सरकार बनने के समय उनसे जो वादा किया गया था, उसे पूरा किया जाना चाहिए। इधर टीएस सिंहदेव खेमा खासा उत्साहित दिख रहा है। उन्हें उम्मीद है कि केंद्रीय नेतृत्व अंतत: उनकी बात मानेगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि यह विवाद जितना देर टलेगा सरकार और अगले चुनाव में उतनी दिक्कतें खड़ी करेगा। केंद्रीय नेतृत्व को इसका तुरंत समाधान करना चाहिए। फिलहाल सभी की निगाह सोनिया गांधी के फैसले पर टिकी हुई है। वह फैसला कब आता है और उसके क्या परिणाम होंगे यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा