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बड़ी खबर। सूत्र टीएस बाबा का मुख्यमंत्री बनना तय ,देर रात हो सकती है औपचारिक घोषणा

भाटापारा। बीते चार दिनों से प्रदेश के पंचायत एवं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव की अब तक राहुल गांधी, राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया से दो दिन पहले ही बैठक हो चुकी है। इस बीच मुख्यमंत्री की वापसी तो हो गई थी लेकिन आलाकमान के निर्देश पर टीएस बाबा को दिल्ली में ही रोक लिया गया था।

बताया जाता है कि राष्ट्रीय संगठन के नेताओं से भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पटरी बिठाने में नाकामयाब रहे हैं। महासचिव केसी वेणुगोपाल, श्रीनिवास जैसे नेता उनके पक्ष में नहीं दिखते। इसके उलट टीएस सिंहदेव का राष्ट्रीय नेताओं से संबंध कही ज्यादा बेहतर है। इसका फर्क भी नए निर्णय में देखने को मिलेगा।
इस बीच एक खबर आई थी कि मुख्यमंत्री बदले जाने पर विधायकों ने सामुहिक इस्तीफे की बात कही है लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। पंद्रह साल वर्षों के वनवास के बाद कांग्रेस को सत्ता हासिल हुई है। ऐसे में विधायक खुलकर किसी के विरोध में नहीं हैं। अलबत्ता वे तेजी से बदलते घटनाक्रम पर नज़र जरुर बनाए हुए हैं। टीएस सिंहदेव की स्वीकार्यता को चुनौती देना भी मुश्किल ही है। अगले मुख्यमंत्री की औपचारिक घोषणा के बाद दिल्लली की जगह विधायक सरगुजा महल की दौड़ लगाएंगे।

जोगी कांग्रेस भी टीएस सिंहदेव के साथ

रेणु जोगी भी दिल्ली पहुंच चुकी हैं। उनकी सोनिया गांधी से मुलाकात तय होना बताया जा रहा है। अटकले हैं कि जोगी कांग्रेस का कांग्रेस में विलय हो सकता है। मौजूदा वक्त में जोगी कांग्रेस के पास 4 विधायक हैं। सभी जानते हैं कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ जोगी परिवार के रिश्ते ठीक नहीं हैं। दोनों की राजनीतिक विचारधारा भी अलग है। ऐसे में जोगी कांग्रेस का विलय तभी संभव है जब टीएस सिंहदेव नेतृत्व करें। जोगी कांग्रेस का समर्थन भी टीएस सिंहदेव को ही मिलेगा।